नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने सोमवार को राज्य सभा में कहा कि अहमदाबाद में पिछले महीने हुई एयर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच कर रहा विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) पूरी तरह निष्पक्ष एजेंसी है और वह तय नियमों के अनुसार ही विस्तृत और ठोस जांच कर रहा है।
राज्य सभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक सवालों के जवाब में नायडू ने बताया कि विमान हादसे के दस दिन बाद एएआईबी ने शुरुआती जांच रिपोर्ट दी थी। जांच प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार चल रही है। उन्होंने कहा, ‘हम सच्चाई के साथ खड़े होना चाहते हैं, किसी और चीज के साथ नहीं। हम जानना चाहते हैं कि विमान हादसे में वास्तव में क्या हुआ और यह केवल एएआईबी की अंतिम जांच रिपोर्ट के बाद ही सामने आ सकेगा। हमें जांच प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए। जांच के बाद ही हम कह सकते हैं कि क्या हुआ, कैसे हुआ। इस अंतिम रिपोर्ट के बाद ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।’
एयर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था, जो उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में 260 से अधिक लोगों की मौत हो गई, जिनमें 19 लोग जमीन पर मौजूद थे। विमान में सवार 242 यात्रियों में से केवल एक की जान बच पाई थी। दुर्घटना में पायलटों की संभावित भूमिका के बारे में अटकलों पर नायडू ने कहा कि एएआईबी की शुरुआती रिपोर्ट में जो कहा गया है कि वह कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर के तथ्यों के आधार पर है। उन्होंने कहा ‘मैं इस सदन में यह कह सकता हूं कि एएआईबी की प्रक्रिया गहन, नियम आधारित और व्यापक है। वे पूरी पारदर्शिता के साथ जांच कर रहे हैं और पूरी तरह निष्पक्ष हैं।’
नायडू ने कहा, ‘एएआईबी नियम-आधारित, स्पष्ट और पूरी तरह निष्पक्ष प्रक्रिया का पालन कर रहा है। न केवल भारत, बल्कि पश्चिमी मीडिया में भी अलग-अलग खबरें आ रही हैं जो अपने-अपने नजरिए और कथाएं पेश कर रही हैं।’ उन्होंने स्पष्ट किया, ‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हम जांच को तथ्यों के आधार पर देख रहे हैं और सत्य के साथ खड़े रहना चाहते हैं।’ मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि पुख्ता जवाब और भविष्य में सुधारात्मक कदम केवल तब ही उठाए जा सकते हैं जब एएआईबी की अंतिम रिपोर्ट आ जाएगी। उन्होंने बताया कि 12 जुलाई को एएआईबी ने हादसे की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। उनके अनुसार, 17 जुलाई को ब्यूरो ने कहा कि अभी कोई अंतिम निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच अब भी जारी है। नायडू के मुताबिक, एएआईबी ने सभी से अपील की है कि वे जांच पूरी होने से पहले पूर्वाग्रहपूर्ण धारणा न बनाएं।