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Air India हादसे पर बोले एन चंद्रशेखरन – टाटा समूह के इतिहास का सबसे दुखद दिन, हम पीड़ितों के परिवारों के साथ

एयर इंडिया हादसे पर टाटा समूह ने जताया गहरा दुख, चंद्रशेखरन बोले—जवाबदेही तय होगी, जांच में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी, पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा रहेगा समूह।

Last Updated- June 13, 2025 | 10:55 PM IST
Tata Sons Chairman N Chandrasekaran
टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन | फाइल फोटो

Air India Plane Crash: देश के इतिहास के सबसे दर्दनाक विमान हादसों में से एक के बाद टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस त्रासदी को ‘टाटा समूह के इतिहास के सबसे बुरे दिनों में से एक’ बताते हुए अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे की जांच में पूर्ण पारदर्शिता की बात कही।

शुक्रवार को कर्मचारियों को लिखे एक पत्र में चंद्रशेखरन जो एयर इंडिया के चेयरमैन भी हैं, ने स्वीकार किया कि टाटा समूह गहरे दुख से गुजर रहा है। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों को आश्वस्त किया कि टाटा समूह हरसंभव तरीके से उनके साथ खड़ा रहेगा। कल दुर्घटनास्थल पर पहुंच चंद्रशेखरन ने टाटा समूह तथा एयर इंडिया के शीर्ष अधिकारियों को भी ऑनलाइन संबो​धित किया। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘कल जो कुछ हुआ वह समझ से परे है और हम स्तब्ध हैं तथा शोक में हैं। हम जानते हैं कि किसी एक व्यक्ति को खोना भी त्रासदी है लेकिन एक साथ इतनी मौतों का होना बिल्कुल समझ से बाहर है।’

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उन्होंने लिखा, ‘यह सामान्य उड़ान इतनी बड़ी त्रासदी में क्यों बदल गई इसे समझने में प्रशिक्षित जांचकर्ता हमारी मदद करेंगे। एक बार जब हम तथ्यों की पुष्टि कर लेंगे तो हम पारदर्शी तरीके से यह बात सामने रख सकेंगे कि यह त्रासदी कैसे घटित हुई।’

विमान हादसे में 240 से अधिक यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। इस दुर्घटना ने परिचालन सुरक्षा को लेकर सवाल पैदा कर दिए हैं। ध्यान रहे कि टाटा समूह को एयर इंडिया का दोबारा नियंत्रण हासिल किए महज तीन साल हुए हैं। समूह ने जनवरी 2022 में इसे भारत सरकार से खरीदा था। दुर्घटना की वजह अब तक सामने नहीं आ सकी है। चंद्रशेखरन ने कहा कि भारत, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका के जांच दल अहमदाबाद आकर जांच शुरू कर चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘टाटा समूह उनके साथ पूरा सहयोग कर रहा है और हम जांच के नतीजों को लेरक पूरी पारदर्शिता बरतेंगे।‘ उन्होंने जोर देकर कहा कि फिलहाल कोई अनुमान लगाना जल्दबाजी और नुकसानदेह साबित होगा।

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टाटा समूह को फिलहाल दोहरी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर उसे जान गंवाने वालों को लेकर संवेदनशीलता दिखानी है तो वहीं दूसरी ओर प्रतिष्ठा को पहुंची क्षति से भी खुद को बचाना है। टाटा समूह ने एयर इंडिया को हासिल करने के बाद यात्री सुरक्षा को अहम मुद्दा बनाया था।

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘अपने यात्रियों की सुरक्षा करना हमारी पहली और सबसे बड़ी प्राथमिकता रही है। हम इस पर कोई समझौता नहीं करते।’

टाटा समूह के मुखिया ने कहा कि घटना की जांच हो रही है और ऐसे में धैर्य रखने की आवश्यकता है। उन्होंने दोहराया कि समूह अपनी जवाबदेही से पीछे नहीं हटेगा। उन्होंने कहा, ‘हमने इस समूह को विश्वास के साथ तैयार किया है और इस कठिन समय में हम सही कदम उठाने से पीछे नहीं हटेंगे।’

यह पत्र उस समय सामने आया है जब पीड़ितों के परिवार जवाब की प्रतीक्षा में हैं और वैश्विक विमानन उद्योग की निगाहें भारत पर हैं। चंद्रशेखरन ने पत्र के अंत में लिखा, ‘हम इस क्षति को याद रखेंगे। हम भूलेंगे नहीं।’

First Published - June 13, 2025 | 10:55 PM IST

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