Advantage Assam 2.0: टाटा ग्रुप, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी ने असम में बड़े निवेश का ऐलान किया है। ‘एडवांटेज असम’ व्यापार शिखर सम्मेलन के मौके पर देश के बड़े औद्योगिक घरानों ने पूर्वोत्तर के इस राज्य में मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट लगाने समेत, एनर्जी, रिटेल, एआई जैसे कई अहम सेक्टर्स में निवेश को लेकर प्रतिबद्धता जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को इस व्यापार शिखर सम्मलेन का उद्घाटन किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि असम स्टार्ट-अप का गंतव्य बन रहा है और जल्द ही यह पूर्वोत्तर क्षेत्र में मैन्यूफैक्चरिंग अब बन जाएगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने मंगलवार को कहा कि उनकी कंपनी अगले पांच वर्ष में असम में पांच अलग-अलग क्षेत्रों में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ‘एडवांटेज असम’ व्यापार शिखर सम्मेलन में अंबानी ने कहा कि यह पैसा असम को प्रौद्योगिकी और कृत्रिम मेधा (AI) के लिए तैयार करने के लिए निवेश किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘2018 के निवेश शिखर सम्मेलन में मैंने 5,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की थी। तब से निवेश 12,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है। यह राशि चौगुनी हो जाएगी और हम अगले पांच वर्ष में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।’’ अंबानी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में यह राशि लगाई जाएगी, उनमें हरित व परमाणु ऊर्जा, खाद्य व गैर-खाद्य उत्पादों की सप्लाई चेन और रिलायंस के खुदरा स्टोर का विस्तार शामिल है।
अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी ने कहा कि उनका समूह असम में विभिन्न क्षेत्रों में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। ‘एडवांटेज’ असम शिखर सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में उन्होंने कहा कि समूह राज्य तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास के लिए भविष्य में और अधिक निवेश करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम असम की प्रगति गाथा का हिस्सा बनने को उत्सुक हैं। हम असम में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।’’ अदाणी ने कहा कि यह निवेश हवाई अड्डों, एयरोसिटी, सिटी गैस वितरण नेटवर्क, बिजली पारेषण, सीमेंट और सड़क निर्माण जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘ असम विकास को गति देने की स्थिति में है। यह हमारी प्रतिबद्धता और दृष्टिकोण है कि हम अपने और राज्य के लिए भविष्य का मार्ग प्रशस्त करें।’’
टाटा समूह के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन ने ‘एडवांटेज असम’ शिखर सम्मेलन में कहा कि कहा कि कंपनी अगले कुछ वर्षों में असम में एक बड़ी इलेक्ट्रॉनिक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में निवेश करेगी और ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में राज्य सरकार के साथ सहयोग करेगी।
चंद्रशेखरन ने कहा, ‘‘टाटा समूह का असम के साथ पुराना और महत्वपूर्ण संबंध है।’’ उन्होंने जागीरोड में स्थापित होने वाली 27,000 करोड़ रुपये की सेमीकंडक्टर इकाई को ‘‘राज्य में अब तक का सबसे महत्वपूर्ण निवेश’’ करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के प्रति समूह की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, वह जल्द ही एक अन्य बड़ी इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण इकाई में निवेश करेगा।’’ चंद्रशेखरन ने कहा कि समूह ग्रीन एनर्जी क्षेत्र में राज्य सरकार के साथ साझेदारी करेगा और सोलर व अन्य रिन्युएबल एनर्जी उत्पादन में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि असम स्टार्ट-अप का गंतव्य बन रहा है और जल्द ही यह पूर्वोत्तर क्षेत्र में मैन्यूफैक्चरिंग हब बन जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां ‘एडवांटेज असम 2.0 निवेश एवं अवसंरचना शिखर सम्मेलन’ का उद्घाटन करने के बाद कहा कि असम उग्रवादी समूहों के साथ शांति समझौते और सीमा विवादों के समाधान के बाद ‘‘असीमित अवसरों की भूमि’’ के रूप में उभरा है।
मोदी ने कहा, ‘‘असम के प्राकृतिक संसाधन और दक्षिण पूर्व एशिया के प्रवेश द्वार के रूप में इसकी रणनीतिक स्थिति ने इसे निवेशकों के लिए पसंदीदा गंतव्य बना दिया है।’’ मोदी ने साथ ही कहा कि BJP के शासन के दौरान असम की अर्थव्यवस्था का मूल्य दोगुना होकर छह लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह ‘डबल इंजन’ सरकार का ही प्रभाव है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)