एयर इंडिया के 40 एयरबस A350 विमानों के ऑर्डर से 13 साल में ऐसा पहली बार होगा कि भारत के किसी बड़े आकार वाले विमान में Rolls-Royce का इंजन होगा।
मंगलवार को एयर इंडिया ने A350 विमानों सहित 470 विमानों के अपने बड़े ऑर्डर की घोषणा की थी। A350 विमान दो प्रारूप में आएगा। यह Rolls-Royce Trent XWB इंजन द्वारा संचालित होगा और स्थानीय टीम ने एयर इंडिया को उसके विमान शामिल करने की योजना में सहायता करने के लिए काम शुरू कर दिया है।
Rolls-Royce के भारत और दक्षिण एशिया क्षेत्र के अध्यक्ष किशोर जयरमन ने कहा कि हम एयर इंडिया के साथ मिलकर काम कर रहे हैं ताकि उनके नए A350-900 विमानों के निकट भविष्य में सेवा में आने के लिए पूरी सहायता प्रदान की जा सके। हम निश्चित रूप से दिल्ली में जमीनी स्तर पर विमान कंपनी की मदद करेंगे। इसके अलावा हम इंजन निगरानी सहायता भी प्रदान करेंगे, जैसा कि हम अपने सभी Trent XWB के ग्राहकों के लिए करते हैं। इंजन के प्रदर्शन और हालात के बारे में पायलटों को वास्तविक समय की जानकारी एकत्र करने और प्रदान करने के लिए हमारे इंजन मॉनिटरिंग सिस्टम में विमान के इंजन में विभिन्न स्थानों पर लगे सेंसर का उपयोग किया जाता है। यह दक्षता लाने में मदद करता है और रखरखाव तथा मरम्मत से जुड़ी लागत को कम करता है।
मंगलवार को अपने कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में एयर इंडिया के मुख्य कार्याधिकारी कैंपबेल विल्सन ने कहा कि छह एयरबस A350 विमान वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में पहुंचेंगे। वर्ष 2025 और उसके बाद तक इनकी डिलिवरी बढ़ जाएगी।
भारतीय विमानन क्षेत्र में एयरबस A320 और बोइंग 737 जैसे छोटे आकार वाले विमानों का दबदबा है और Rolls-Royce उनके लिए इंजन नहीं बनाती है। बड़े आकार वाले विमानों के मामले में इसके इंजन एयर इंडिया बोइंग 707 विमान और जेट एयरवेज के शुरुआती एयरबस A330 विमानों को उड़ाते थे। जेट एयरवेज के A330 विमान वर्ष 2010 के आसपास उसके बेड़े से बाहर हो गए। वर्तमान में रॉल्स-रॉयस से संचालित होने वाले भारतीय विमान कंपनियों के बेड़े में स्टार एयर के पांच एम्ब्रेयर ईआरजे और ब्लू डार्ट के छह बोइंग 757 शामिल हैं। हालांकि इंजन विनिर्माता का कहना है कि उसने भारत के 23 प्रतिशत बिजनेस जेट को संचालित किया और पिछले पांच साल में शामिल किए गए आठ नए विमानों में से पांच विमानों में इसके इंजन थे।