जी-20 समूह के सदस्य देशों ने शनिवार को ऋण संबंधी समस्याओं से जूझ रहे श्रीलंका समेत अन्य अल्प तथा मध्यम आय वाले देशों के लिए जल्द समाधान निकालने की जरूरत पर बल दिया।
जी-20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नरों की बैठक में सहमति बनी कि ऋण के बोझ का सामना कर रहे देशों के लिए समन्वित समाधान निकालने तथा बिगड़ते हालात पर ध्यान देने के लिए बहुपक्षीय समन्वय तंत्र को मजबूत किया जाए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘‘हम और अधिक सक्षम तथा त्वरित समाधान तलाश रहे हैं। सच यह है कि देशों को कई साल तक इंतजार करना पड़ा। मसलन जांबिया ने डेढ़ साल से अधिक समय तक इंतजार किया और ऐसे भी देश हैं जिन्होंने दो साल तक इंतजार किया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कुला मिलाकर, प्रक्रिया में बहुत समय लगता है और तब तक समस्या और बढ़ जाती है। उदाहरण के लिए श्रीलंका समाधान की प्रतीक्षा में है लेकिन इस बीच देरी के कारण वे और अधिक संकट का सामना कर रहे हैं।’’