राजस्थान से गुजरने वाले अमृतसर-बठिंडा-जामनगर एक्सप्रेस वे के खंड में छह स्थानों पर 11 सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाएंगे। इसके लिए जोधपुर वितरण निगम लि. एवं नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड के बीच समझौता हुआ है।
एक सरकारी बयान के अनुसार इस बारे में एक बैठक बुधवार को यहां मुख्य सचिव उषा शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जोधपुर बिजली वितरण कंपनी तथा नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किये गए। इस समझौते के तहत अमृतसर-बठिंडा-जामनगर एक्सप्रेसवे पर राज्य में तीन जिलों हनुमानगढ़, बीकानेर और जोधपुर के कुल छह स्थानों पर 11 सौर उर्जा प्लांट विकसित किये जायेंगे।
कुल 27.43 मेगावॉट क्षमता के ये उर्जा प्लांट सौर कृषि आजीविका योजना (पीएम कुसुम) के तहत लगाए जायेंगे। ये प्लांट हनुमानगढ़ जिले के कोल्हा गांव, बीकानेर जिले के मलकीसर-गोपल्यान रोड,नौरंगदेसर एवं रासीसर गांव तथा जोधपुर जिले के भीकमकोर गांव में लगेंगे।
उल्लेखनीय है कि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के माध्यम से यह कार्य योजना तैयार की है। जिसमें राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेस हाइवेज के किनारे सौलर पैनल लगाए जाने हैं।
यह योजना पीपीपी (सार्वजनिक निजी भागीदारी) मोड के आधार पर विकसित की जाएगी। बैठक में सौर बुनियादी ढांचा विकसित करने से जुड़े विभिन्न मुद्दों एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI)और राज्य सरकार के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग व एक्सप्रेस हाइवे से सम्बंधित विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि NHLML के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर कार्यों में तेजी लायें।