रकम फौरन दूसरे खाते में पहुंचाने वाली प्रणाली यूनाइटेड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) से रोजाना लेनदेन में कोविड महामारी के साल से अब तक 8 गुने से ज्यादा की वृद्धि हुई है। लेनदेन की संख्या सितंबर 2020 में केवल 6 करोड़ प्रतिदिन थी, जो सितंबर 2024 में बढ़कर आधे अरब प्रतिदिन हो गई है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर 2024 में 15.04 अरब से ज्यादा लेनदेन हुआ, जिसका कुल मूल्य 20.64 लाख करोड़ रुपये है। सालाना आधार पर यूपीआई से लेनदेन की संख्या 42 प्रतिशत बढ़ी है, जो पिछले साल की समान अवधि में 10.55 अरब दर्ज की गई थी। इस लेनदेन का कुल मूल्य पिछले साल सितंबर में 15.79 लाख करोड़ रुपये था।
सितंबर 2023 में रोजाना औसत लेनदेन की संख्या 35.185 करोड़ थी। बहरहाल यूपीआई की स्वीकार्यता में तेज वृद्धि हुई है, वहीं पेमेंट सिस्टम में शामिल होने वाले बैंकों की संख्या भी बढ़ी है। अगस्त 2024 तक 608 बैंक लाइव थे, जिनकी संख्या सितंबर 2020 के 174 बैंकों की तुलना में करीब 3.5 गुना है।