facebookmetapixel
बाहरी वाणिज्यिक उधारी पर रिजर्व बैंक के प्रस्ताव से रियल एस्टेट की फंडिंग को मिलेगा बढ़ावा!पहली छमाही में कमर्शियल व्हीकल्स की बिक्री 2 फीसदी बढ़ी, LCV और MCV सेगमेंट ने किया बढ़त का नेतृत्वदीवाली पर यात्री वाहनों की बिक्री का रिकॉर्ड: मारुति, टाटा और ह्युंडै की बिक्री में 30% तक उछालEditorial: पराली जलाने की समस्या का स्थायी समाधान जरूरीकाबू में महंगाई, लेकिन कीमत चुकानी पड़ी: भारत की ‘इन्फ्लेशन जीत’ की छिपी कीमतनिजी पूंजीगत व्यय सुस्त, वेतन वृद्धि की कमी से मांग को नहीं मिल रहा सहारासंवत 2082 में सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट पर करें खरीदारी, तेज उतार-चढ़ाव में सतर्क रहने की सलाहCore sector growth: 8 बुनियादी उद्योगों की सितंबर में वृद्धि दर 3% रही, 3 महीने के निचले स्तर पर आईDiwali 2025 Sales: दिवाली पर बना नया कीर्तिमान, बिक्री ₹6.05 लाख करोड़ तक पहुंची, बाजार में “वोकल फॉर लोकल” की गूंजRBI की स्टडी में बड़ा खुलासा: तेज लिस्टिंग गेन के बाद गिर रहे हैं SME IPOs, SEBI लाएगी नए नियम

सरकारी बॉन्ड की यील्ड में दिखेगी नरमी

शुक्रवार को 10 वर्षीय बेंचमार्क बॉन्ड की यील्ड 6.29 फीसदी पर बंद हुई थी, जो पिछले कारोबारी सत्र 6.25 फीसदी से 4 आधार अंक अधिक है।

Last Updated- June 08, 2025 | 10:23 PM IST
NSDL COO Prashant Vagal for tax-free bonds to boost retail participation

बैंकिंग प्रणाली में आगे नकदी के बारे में भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमान और ब्याज दर की स्थिति के मद्देनजर बाजार प्रतिभागियों का मानना है कि इससे बॉन्ड बाजार की खरीद-फरोख्त में नरमी के संकेत मिलते हैं। डीलरों का कहना है कि इससे बेंचमार्क यील्ड में एक दायरे में सीमित रह सकती है।

पीएनबी गिल्ट्स के वरिष्ठ कार्यकारी उपाध्यक्ष विजय शर्मा ने कहा, ‘बगैर किसी नए संकेत के जो बाजार बीते 2 से 3 महीने से एकतरफा रूप से आगे बढ़ रहा था अब उसके सीमित दायरे में आने के आसार हैं। मुझे लगता है कि अगले 2 से 3 दिनों में ही बाजार में नया संतुलन आएगा और एक नई सीमा तय हो जाएगी। सर्वाधिक संभावना है कि निचले स्तर पर यह सीमा 6.12 फीसदी और ऊपरी स्तर पर 6.28 फीसदी के करीब रहेगी और ऐसा अगले कुछ महीनों तक बरकरार रहेगा।’

शुक्रवार को 10 वर्षीय बेंचमार्क बॉन्ड की यील्ड 6.29 फीसदी पर बंद हुई थी, जो पिछले कारोबारी सत्र 6.25 फीसदी से 4 आधार अंक अधिक है। बाजार प्रतिभागियों ने कहा कि नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती से चालू वित्त वर्ष के बचे महीनों के लिए अतिरिक्त ओएमओ खरीदने की जरूरत भी काफी हद तक कम हो गई है। यह बदलाव बाजार की प्रतिक्रिया में भी स्पष्ट था, जिससे सरकारी प्रतिभूतियों की यील्ड में तेजी आई।

तीन साल के सरकारी बॉन्ड पर यील्ड 5 आधार अंक कम होकर 5.66 फीसदी और पांच साल के भी सरकारी बॉन्ड पर यील्ड 5 आधार अंक कम होकर 5.83 फीसदी पर आ गई। इस बीच लंबी अवधि वाले सरकारी बॉन्ड खासकर 7 से 10 साल में परिपक्व होने वाले बॉन्ड में बिकवाली का कुछ दबाव देखा गया।

First Published - June 8, 2025 | 10:23 PM IST

संबंधित पोस्ट