जल्द ही शादी होने वाली है, तो जाहिर है, आपका दिमाग कई सुंदर सपने बुन रहा होगा।
लेकिन ऐसी कई चीजें हैं जो ऐन मौके पर गलत हो सकती हैं। शादी-ब्याह के घर में कई ऐसी चीजें हो सकती हैं, जो आपके मूड को चौपट कर दे। मसलन दुर्घटना, आगजनी, चोरी, खाद्य विषाक्तता और न जाने क्या-क्या।
वक्त और पैसे के मामले में अपना पूरा दम-खम लगाने के बावजूद वह खूबसूरत शादी का सपना न जाने कहां ओझल हो जाता है। यह बात तो सही है, ऐसे किसी मौके पर आपके वक्त और मेहनत को लौटाया नहीं जा सकता , लेकिन हां, पैसे की कमी को जरूर पूरा किया जा सकता है।
यह सही है कि अपनी शादी के लिए बीमा लेना आपके दिमाग में आने वाला आखिरी ख्याल होगा, लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि यह कई जोखिमों से आपको एक ढाल मुहैया कराता है।
आमतौर पर शादी के लिए ली गई बीमा पॉलिसी में शादी से जुड़े सभी मौके शामिल होते हैं। इस पॉलिसी में परिसंपत्ति को हुए नुकसान, आगजनी, शादी के टलने या उसके रद्द होने पर, दूल्हा, दुल्हन या उनके माता-पिता या भाई-बहन के साथ शादी के 7 दिनों के भीतर कोई दुर्घटना, सार्वजनिक नुकसान और चोरी में होने वाले आर्थिक नुकसान को कवर मिलता है।
यहां तक कि विवाह बीमा की पॉलिसी में अगर शादी की तस्वीरें खराब हो जाएं, या गाने-बजाने वाले आखिरी वक्त में आने से इनकार कर दें तो इसके लिए भी आपको कवर मिलता है।
बीमा कंपनियों की पॉलिसी के तहत ये नुकसान हैं, जिनके लिए आपको कवर मिलता है:
विवाह का टलना या रद्द होना :
भले ही यहां ‘दुल्हन के भागने’ की स्थिति में कोई बीमा नहीं मिलता हो, लेकिन शादी के टलने या रद्द हो जाने के लिए बीमा पॉलिसी आपको कवर जरूर देती है।
इस पॉलिसी के कवर के तहत आमतौर पर शादी के स्थान के लिए किया गया अग्रिम भुगतान, कैटरर, सजावट और शादी के आमंत्रण पत्रों की छपाई का खर्च शामिल होता है।
परिसंपत्ति को नुकसान :
शादी के स्थान को होने वाला कोई भी नुकसान विवाह बीमा पॉलिसी के कवर के तहत आता है। इसमें विवाह के स्थान पर लगाई गईं कुर्सियां, स्टेज, विवाह के कपड़े और अन्य सामान शामिल है।
वैयक्तिक दुर्घटना:
दूल्हा-दुल्हन, उनके माता-पिता या सगे भाई-बहन के साथ अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो इस बीमा पॉलिसी के तहत आप वैयक्तिक दुर्घटना के लिए मुआवजे का दावा कर सकते हैं।
चोरी :
पैसे या आभूषणों की चोरी भी इस पॉलिसी के लिए आपको कवर मुहैया कराती है।
सार्वजनिक नुकसान :
इसके तहत आपको विवाह के स्थान पर कोई दुर्घटना, खाद्य विषाक्तता आदि स्थितियों में कवर मिलेगा।
मौजूदा समय में बजाज आलियांज और आईसीआईसीआई लोम्बार्ड दो बीमा कंपनियां हैं जो इस तरह की योजनाएं मुहैया करा रही हैं। आईसीआईसीआई यह योजना ‘इवेंट इंश्योरेंस’ के तहत मुहैया करा रही है।
बजाज आलियांज की योजना :
यह आपको चार विभिन्न विकल्प मुहैया कराती है, जिसमें कुल राशि 20 लाख रुपये से शुरू होती है। 20 लाख रुपये की पॉलिसी के लिए प्रीमियम 2,250 रुपये है।
इस पॉलिसी में पहले बताए गए नुकसान के हर प्रकार के लिए पहले से ही 2 लाख रुपये तय हैं। सार्वजनिक नुकसान के लिए कंपनी ने 10 लाख रुपये की राशि तय की है। यहां तक कि इस पॉलिसी में ससुराल और अपने माता-पिता और सगे भाई-बहन से मिले अप्लायंसेज भी शामिल हैं।
बेशक नुकसान के हर प्रकार में सह-भुगतान या बीमा दावे का एक वह हिस्सा भी शामिल है, जिसका पॉलिसी धारक को भुगतान करना होगा। यह राशि आमतौर पर कुल दावे का 5 प्रतिशत या कंपनी की ओर से तय न्यूनतम राशि होती है।
आईसीआईसीआई लोम्बार्ड का इवेंट इंश्योरेंस :
ठीक बजाज की विवाह बीमा योजना की तरह ही यह पॉलिसी भी बताए गए ज्यादातर नुकसानों के लिए कवर देती है। हालांकि इसमें बजाज की योजना की तरह किसी भी नुकसान या कुल राशि के लिए इसमें पहले से राशि को तय नहीं किया गया है।
कुल राशि के लिए प्रीमियम 1.5 प्रतिशत होता है। उदाहरण के तौर पर 20 लाख रुपये की पॉलिसी के लिए आपको प्रीमियम के रूप में 3,000 रुपये देने होंगे।जैसा कि यहां बीमा पॉलिसी लेना महंगा सौदा तो कतई नहीं है, इसलिए अपनी शादी को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए पॉलिसी ली जा सकती है।
लेकिन पॉलिसी पर अपने दस्तखत देने से पहले इस बात को जांच लें कि कहीं आपकी शादी के स्थान के लिए कहीं पहले ही आगजनी या फिर सार्वजनिक दुर्घटनाओं आदि के लिए कोई पॉलिसी ले तो नहीं रखी। अगर ऐसा है तो आप अपनी कुछ प्रीमियम राशि को बचा सकते हैं।
साथ ही इस पॉलिसी में किन चीजों को कवर नहीं दिया जा रहा और दावे के बाद कितने प्रतिशत राशि का भुगतान आपको करना होगा यह भी ध्यान से समझ लें। इस बात पर भी जरूर ध्यान दें कि दावे के निपटान की प्रक्रिया क्या है।
जोर-जबरदस्ती, आपराधिक दबाव, गलत सूचनाओं से, जानबूझ कर जानकारी छुपाना, दिवालियापन या नशे की हालत में होने वाली शादी को बीमा पॉलिसी के तहत कवर से बाहर रखा जाता है। देश में जंग की स्थिति, परमाणु हमले के दौरान होने वाले नुकसानों को भी बीमा कवर की फेहरिस्त से बाहर रखा गया है।
पॉलिसी के आखिरी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ें क्योंकि शॉर्ट-सर्किट की वजह से इलेक्ट्रिसिटी को होने वाले नुकसान या खुद-ब-खुद तारों में आग लग जाने की वजह से आप पॉलिसी के लाभ उठा न सकें।
किसी भी बीमा पॉलिसी का दावे का निपटान एक अहम हिस्सा है। विवाह बीमा पॉलिसी के मामले में दावे के निपटान के वक्त जरूरी है कि आपके पास विवाह से जुड़े हुए सभी बिल मौजूद हों। बिल का न होना दावों के निपटान में देरी की एक अहम वजह बन सकता है।
इसलिए जरूरी है कि आपके पास खर्चों से जुड़े हुए सभी बिल और अन्य कागज हों। ठीक इसी समय आपको यह भी समझना चाहिए कि सह-भुग़तान या दावे की कुल राशि का एक तय हिस्सा आपको देना होगा। आगजनी के मामले में पहले 10,000 रुपये पॉलिसी धारक को देने होते हैं।
सिर्फ वैयक्तिक दुर्घटना के मामले में पॉलिसी धारक को ऐसी कोई राशि नहीं देनी होती। इसके अलावा सभी नुकसानों के लिए दावे की कुल राशि का लगभग 5 प्रतिशत या कंपनी की ओर से न्यूनतम राशि तय है।
जब कोई दुर्भाग्यपूर्ण घटना होती है और शादी टल जाती है या फिर रद्द हो जाती है, ऐसे में आपको काफी खर्च उठाना पड़ता है। इस खर्च में शादी के आमंत्रण पत्र की दोबारा छपाई से लेकर शादी के स्थान को रद्द करना और उसके लिए किया गया अग्रिम भुगतान शमिल है।
इस बात को देखते हुए कि भारतीय परिवारों के लिए शादी के बड़े बजट की बात है, ऐसे में इस तरह के कवर एक अच्छा विचार हो सकता है।