भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने शुक्रवार को कहा कि केंद्रीय बैंक वित्तीय-प्रौद्योगिकी कंपनियों (fintech companies) के लिए नियमन लाने पर विचार कर रहा है।
मनीकंट्रॉल स्टार्टअप सम्मेलन में शंकर ने कहा, “आरबीआई वित्तीय-प्रौद्योगिकी क्षेत्र के बदलते माहौल को बारीकी से देख रहा है। इस संबंध में अभी कोई नियमन नहीं है। हम उद्योग जगत से बात कर रहे हैं और समझ रहे हैं कि क्या उन्हें नियमन में लाने की जरूरत है।” शंकर ने कहा कि वित्तीय-प्रौद्योगिकी कंपनियों को लेकर नियमन उद्योग से विमर्श करने के बाद ही आएंगे।
कार्यक्रम आयोजकों के बयान के अनुसार, उन्होंने इस संबंध में कोई निश्चित समय बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि आरबीआई अपने नियमों को ऐसे तय करेगा कि उद्योग को बढ़ने का मौका मिले।
उन्होंने कहा कि युवा नवप्रवर्तकों का ध्यान नवोन्मेष पर है, फिलहाल नियमों पर इतना नहीं है। शंकर ने यह भी कहा कि लोगों द्वारा किया जाने वाला क्रिप्टोकरेंसी में व्यापार आरबीआई के लिए चिंता का विषय नहीं है, लेकिन निजी क्रिप्टोकरेंसी स्वयं एक समस्या वाला क्षेत्र है।
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