भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने डिजिटल भुगतान सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों के लिए यूपीआई टैप ऐंड पे सुविधा की प्रक्रिया शुरू कर दी। शीर्ष निकाय ने इसके लिए विवरण जारी किया था। एनपीसीआई ने परिपत्र में कहा गया है कि यूनिफाइड पेमेंट्स सर्विस (यूपीआई) सदस्य 31 जनवरी, 2023 तक यूपीआई टैप ऐंड पे सुविधा पेश करें।
बिज़नेस स्टैंडर्ड ने इस पत्र को देखा है। हालांकि, इसमें तय की गई समयसीमा कंपनियों के लिए अंतिम मियाद नहीं है। नाम नहीं बताने की शर्त पर एनपीसीआई के एक सूत्र ने कहा, ‘यूपीआई सेवा देने वाली कंपनियां कभी भी अपने ऐप्लिकेशन पर यूपीआई टैप ऐंड पे की सुविधा शुरू कर सकती है। परिपत्र में जारी तिथि सिर्फ एक सिफारिश है ताकि यह सुनिश्चित हो सके की कंपनियां तब तक सेवा की शुरुआत करें।’
सूत्र ने बताया कि एनपीसीआई उन कंपनियां के साथ बातचीत जारी रखेगा जो तय मियाद पर सेवा शुरू करने में असमर्थ हो सकती हैं और यह माना कि नई सुविधाओं के आधार पर भुगतान परिवेश बनाने में भी वक्त लगता है।
एनपीसीआई के आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, फिलहाल यह सुविधा भारत इंटरफेस फॉर मनी यानी भीम ऐप और पेटीएम पर कुछ चुनिंदा ग्राहकों को मिल रही है।
इस सुविधा में बगैर क्विक रिस्पॉन्स कोड (क्यूआर) के भुगतानकर्ता की यूपीआई आईडी अथवा वर्चुअल पेमेंट एड्रेस (वीपीए) के विवरण के लिए नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) तकनीक का उपयोग किया जाता है। जिन मोबाइल में एनएफसी की सुविधा है वे इस सेवा का उपयोग कर सकेंगे।
इस बीच यदि कोई उपयोगकर्ता टैप सुविधा के लिए यूपीआई लाइट खाते शुरू करता है तो 500 रुपये से कम मूल्य का लेनदेन की इससे कर सकता है। 500 रुपये से अधिक मूल्य के लेनदेन के लिए उसे पिन डालने की आवश्यकता होगी। हालांकि यूपीआई टैप ऐंड पे की सेवा का विस्तार करने के लिए व्यापारियों को यूपीआई स्मार्ट क्यूआर अथवा ऐसे टैग की जरूरत होगी जो एनएफसी के लिए प्रमाणित हो।