विदेशी निवेशकों ने आर्थिक विकास को प्रभावित कर रही उच्च मुद्रास्फीति दर संबंधी चिंता को दरकिनार करते हुए अप्रैल में 3. 74 अरब डालर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश किया जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 127 फीसदी अधिक है।
वित्त वर्ष 2007-08 के अप्रैल के दौरान 1. 64 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) हुआ था। वाणिज्य और उद्योग मंत्री कमल नाथ ने आज यहां संवाददाताओं से कहा ”मैं किसी भी किस्म की आर्थिक मंदी और निवेश कम होने के डर को दूर करना चाहता हूं।”
नाथ ने कहा कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी से उत्पादन लागत पर बढ़ रहे दबाव के बावजूद 2008-09 के दौरान उद्योग आठ से नौ फीसदी की विकास दर बरकरार रख सकता है। वाणिज्य मंत्री ने निर्यात के बारे में भी ऐसा ही दृष्टिकोण पेश किया जो अप्रैल माह में 31. 5 फीसदी हो गया है।
अप्रैल के दौरान 14. 4 अरब डॉलर का निर्यात हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में 10. 94 अरब डालर का निर्यात हुआ था। भारत ने 2007-08 के दौरान 25 अरब डॉलर का एफडीआई निवेश आकर्षित किया था और चालू वित्त वर्ष के लिए 35 अरब डालर का लक्ष्य तय किया गया है।