वित्त वर्ष 2025 के कारोबारी समापन के पहले जीवन बीमा क्षेत्र में मिली जुली धारणा सामने आ रही है। उद्योग से जुड़े लोगों ने कहा कि कुछ बड़े कारोबारी अपनी सावधि बीमा पॉलिसियों (टर्म इंश्योरेंस) के प्रीमियम घटा रहे हैं, जिससे बिक्री बढ़ सके जबकि कुछ अन्य इसकी कीमत बढ़ा रहे हैं, जिससे मुनाफा हो सके और बाजार में वे प्रतिस्पर्धी बने रह सकें।
वितरकों का कहना है कि देश की दूसरी सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस ने 50 लाख रुपये और इससे ऊपर की सावधि जीवन बीमा पॉलिसियों का प्रीमियम करीब 5 प्रतिशत बढ़ा दिया है। वित्त वर्ष 2025 में अप्रैल से सितंबर के दौरान बीमाकर्ताओं के कारोबार में सावधि कारोबार की हिस्सेदारी करीब 6 प्रतिशत थी।
हालांकि एक बीमा वितरक ने कहा कि निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी जीवन बीमाकर्ता एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस ने हाल में पेश सावधि पॉलिसी की कीमत में करीब 8 से 10 प्रतिशत की कमी कर दी है।
बहरहाल सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने युवाओं को लक्षित करके जीवन बीमा पॉलिसी पेश की है, जिसका प्रीमियम अन्य सावधि बीमा पॉलिसियों की तुलना में 6 से 7 प्रतिशत कम है।
सावधि जीवन बीमा में शुद्ध लाइफ कवर होता है। इसमें पॉलिसी की अवधि के दौरान मृत्यु की स्थिति में परिवार के सदस्यों को फिक्स्ड लाइफ कवर मिलता है।
एक बीमा वितरक ने कहा, ‘45 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों के लिए डिजाइन की गई नई एलआईसी युवा सावधि योजना में बीमाकर्ता की अन्य पॉलिसियों की तुलना में तुलनात्मक रूप से कम प्रीमियम लगता है। एलआईसी की तुलना में निजी जीवन बीमा कंपनियों के सावधि जीवन बीमा प्रीमियम आम तौर पर कम होते हैं। हालांकि, इस नई पॉलिसी की दरें एलआईसी की मौजूदा अन्य पॉलिसियों की तुलना में काफी कम हैं।’
वहीं दूसरी ओर अन्य दिग्गज कारोबारियों जैसे आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस और टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस ने अपनी सावधि जीवन बीमा पॉलिसियों में अब तक कोई बदलाव नहीं किया है। हालांकि उद्योग से जुड़े सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इसमें बदलाव हो सकता है।