निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा ऋणदाता एचडीएफसी ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत अनुभव को बेहतर बनाने और दीर्घकालिक ग्राहक संबंध मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। शुक्रवार को बैंक के शेयरधारकों की 20वीं सालाना आम बैठक को संबोधित करते हुए एचडीएफसी बैंक के अंशकालिक चेयरमैन अतनु चक्रवर्ती ने कहा कि इससे बैंक को जमा में वृद्धि करने में आ रही चुनौतियों का सामना करने में भी मदद मिलेगी।
चक्रवर्ती ने कहा, ‘ग्राहक सेवा का स्तर बढ़ाना और ग्राहकों के अनुभव में सुधार लाना प्रमुख प्राथमिकता बनी हुई है।’ उन्होंने कहा कि एचडीएफसी बैंक व्यक्तिगत अनुभवों के सृजन की दिशा में काम जारी रखेगा, जिससे भरोसा और दीर्घावधि के हिसाब से ग्राहकों से संबंध बनता है। उन्होंने कहा, ‘इससे बैंक को जमा आकर्षित करने में आ रही चुनौतियों में मदद मिलेगी।’
चक्रवर्ती का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब बैंकिंग क्षेत्र जमा में सुस्त वृद्धि की समस्या से जूझ रहा है, क्योंकि परिवारों को अपनी बचत के निवेश करने के लिए तमाम और विकल्प मिल रहे हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैंकों को नवोन्मेषी उत्पादों और सेवाओं को पेश करने व और परिवारों की बचत में से जमा आकर्षित करने के लिए अपनी शाखा नेटवर्क का प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करने के निर्देश दिए थे। नियामक ने यह ऐसे समय में कहा है, जब जमा में वृद्धि सुस्त रहने को लेकर चिंता बढ़ रही है और ऋण और जमा में वृद्धि के बीच अंतर बढ़ रहा है। इससे बैंकों के नकदी प्रबंधन को लेकर चिंता बढ़ी है।
उधर एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने सालाना रिपोर्ट के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि बैंक अपनी जमा की तुलना में दिए जा रहे अपने ऋण में धीमी गति से वृद्धि करेगा, क्योंकि वह अपने उच्च ऋण व जमा अनुपात को विलय के पहले के स्तर पर लाना चाहता है। विलय के बाद बैंक का ऋण-जमा अनुपात बढ़कर 100 फीसदी से ऊपर चला गया है, जबकि विलय से पहले यह करीब 87 फीसदी था।
बैंक के नतीजों के बाद विश्लेषकों से बातचीत में प्रबंधन ने संकेत दिए कि जमा आकर्षित करने के लिए बैंक किसी तरह की ब्याज दर की होड़ में शामिल नहीं होगा। इसके बजाय वह जमा हासिल करने के लिए जुड़ाव और सर्विस डिलिवरी पर ध्यान केंद्रित करेगा। चक्रवर्ती ने कहा कि एचडीएफसी लिमिटेड के एचडीएफसी बैंक में सफल विलय की वजह से मौजूदा ग्राहकों की सेवा करने और नए ग्राहक जोड़ने और सभी ग्राहकों को व्यापक वित्तीय सेवाएं मुहैया कराने की बैंक की क्षमता बढ़ी है, जो एचडीएफसी बैंक समूह की विभिन्न कंपनियां प्रदान करती हैं।
चक्रवर्ती ने कहा, ‘विलय से बैंक के भविष्य की वृद्धि की राह मजबूत हुई है। बैंक अब एक वित्तीय सेवा समूह है।’ आवास क्षेत्र में धन मुहैया कराने वाली एचडीएफसी लिमिटेड का विलय 1 जुलाई 2023 को एचडीएफसी बैंक में हुआ था, जिससे वित्तीय क्षेत्र का दिग्गज समूह बना।
इसके साथ ही चक्रवर्ती ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि परिवारों की बचत में सुधार होगा और यह आर्थिक वृद्धि का प्रमुख चालक बनेगा। चक्रवर्ती ने कहा, ‘इस पर आम सहमति है कि भारत के बेहतर साल आने वाले हैं और ऐसे में बैंक के पास तमाम अवसर होंगे।’ चक्रवर्ती ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि बढ़े सकल पूंजी सृजन से संचालित निजी निवेश में तेजी आने से ऋण में तेजी से अवसर बढ़ने की संभावना है।