मेरी उम्र 30 वर्ष है और मैं दीर्घावधि का निवेशक हूं। मैं औसत से अधिक जोखिम उठाने वालों में से हूं।
जिन फंडों में मैंने निवेश किया हुआ है उसमें अगले 15-17 सालों तक अपना निवेश बनाए रखना चाहता हूं। मैं रिलायंस ग्रोथ, रिलायंस विजन, रिलायंस एनआरआई इक्विटी, डीएसपी मेरिल लिंच टाइगर और जेएम बेसिक में सिप के माध्यम से निवेश की शुरुआत करना चाहता हूं और एचडीएफसी टॉप 200, सुंदरम सेलेक्ट मिडकैप और मैग्नम ग्लोबल में सिप के माध्यम से निवेश बंद करना चाहता हूं।
क्या कोटक ऑपोर्चुनिटीज या एसबीआई मैग्नम कॉन्ट्रा को मुझे अपनी सूची में शामिल करना चाहिए? मैं सिप के जरिये 60,000 रुपये मासिक तक जमा कर सकता हूं। कृपया मेरे वर्तमान पोर्टफोलियो के बारे में मुझे सलाह दें और जरुरी बदलाव के संदर्भ में बताएं। -वेणुगोपाल
गुणवत्ता और फंडों की संख्या के बारे में हमें कोई संदेह नहीं है। आपके पोर्टफोलियो के लगभग 55 प्रतिशत का निवेश अच्छे प्रदर्शन करने वाले पांच सितारा फंडों में किया गया है और पोर्टफोलियो में आठ फंडों को सम्मिलित कर 6.76 लाख रुपये का निवेश किया गया है। ये दोनो ही ठीक हैं। हालांकि, हमारा खयाल है कि आपका पोर्टफोलियो ज्यादा आक्रामक है और हम आपको इसी संदर्भ में आगे सलाह भी देंगे।
मूलभूत बातें सीखिए
आपके पोर्टफोलियो में सम्मिलित किए गए फंड बाजार में आई तेजी के दिनों में बहुत बढ़िया प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन मंदी के दिनों में उनके शुध्द परिसंपत्ति मूल्य में गिरावट भी आ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आपने जिन विभिन्न फंडों का चयन किया है उनमें से अधिकांश अच्छे प्रदर्शन वाले मिड कैप फंड हैं। ये फंड लार्ज-कैप फंडों की तुलना में ज्यादा आक्रामक होते हैं।
हालांकि, पोर्टफोलियो में इन फंडों को शामिल करने में कोई घाटा नहीं है लेकिन पोर्टफोलियो का उन फंडों की जरफ अधिक झुकाव नहीं होना चाहिए। 17 अप्रैल 2008 को आपके पोर्टफोलियो के 56 प्रतिशत का निवेश मिड और स्मॉल-कैप में था जबकि लार्ज-कैप की हिस्सेदारी 39.72 प्रतिशत की थी। यह बात काफी महत्वपूर्ण है कि आपके पोर्टफोलियो में वैसे फंड भी शामिल हैं जो स्थायित्व प्रदान करते हैं और साथ ही पोर्टफोलियो के अधोमुखी होने के जोखिम को भी कम करते हैं।
गिरावट के दौरान प्रदर्शन
हाल में हुई बाजार में भारी गिरावट का असर आपके पोर्टफोलियो पर स्पष्ट देखा जा सकता है। हमने 4 जनवरी 2008 के अनुसार आपके पोर्टफोलियो का यह मानते हुए कि आपके पास उतने ही यूनिट रहे होंगे, मूल्यांकन किया।
पोर्टफोलियो के मूल्य में 30 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और यह 4 जनवरी से 17 अप्रैल 2008 के बीच 9.4 लाख रुपये से घट कर 6.5 लाख रुपये हो गया। गौर करने की बात यह है कि इस अवधि में बीएसई के सेंसेक्स में 20 प्रतिशत की गिरावट आई। सेंसेक्स की गतिविधि एक विस्तृत तस्वीर पेश करता है कि किस प्रकार लार्ज-कैप ज्यादा संतुलित साबित हुए हैं।
दोष-सुधार
हमने यह पाया हैकि निवेश में नियमितता नहीं बरती गई है (केवल दो सिप को छोड़ कर)। उदाहरण के लिए, वर्ष 2007 में लगभग 10 महीने तक निवेश की नियमितता नहीं रही है। बाजार में निवेश करने के लिए सही समय का निर्धारण एक ऐसी बात है जिसके लिए कभी किसी निवेशक को कोशिश नहीं करनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त एकमुश्त निवेश से जितना हो सके परहेज करना चाहिए। सिप मार्ग से निवेश करना सबसे बढ़िया विकल्प है क्योंकि यह खरीदारी के मूल्य को औसत बनाता है।आपको किसी बात पर ध्यान देने की जरुरत है तो वह मिड और स्मॉल-कैप में निवेश की उच्च मात्रा पर। अगर आप लार्ज कैप वाले फंडों में निवेश की शुरुआत करते हैं तो स्मॉल और मिड-कैप में किए गए आवंटन को आप धीरे-धीरे कम कर सकते हैं।
किसी भी पोर्टफोलियो का विभिन्न फंडों और फंड कंपनियों में सुविशाखण जरुरी होता है। इस प्रकार के विशाखण से आपको विभिन्न परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) द्वारा अपनायी जाने वाली नीतियों का लाभ मिलता है। रिलायंस म्युचुअल फंड की योजनाओं में आपके पोर्टफोलियो का लगभग 38 प्रतिशत हिस्सा लगा हुआ है। एक बात सुनिश्चित कर लीजिए कि आपका पोर्टफोलियो किसी विशेष फंड हाउस पर निर्भर नहीं है।
आपके पोर्टफोलियो में ऋण की हिस्सेदारी 0.97 प्रतिशत है जो नहीं के बराबर है। पोर्टफोलियो में ऋण को शामिल करना आवश्यक है, यह पोर्टफोलियो के मूल्य में होने वाली कमी से एक हद सुरक्षा प्रदान करता है। ऋण में पोर्टफोलियो के 10 प्रतिशत का निवेश बढ़िया माना जाता है। आप नई सिप योजनाओं की शुरुआत करने वाले हैं इसलिए अगर आप चाहें तो कुछ पैसे इसी मार्ग से ऋण में भी लगा सकते हैं।
आगे की योजना
क्योंकि आपके पोर्टफोलियो का झुकाव मिड-कैप की तरफ अधिक है इसलिए अच्छा रहेगा अगर आप सुंदरम सेलेक्ट मिड-कैप और मैग्नम में सिप मार्ग से निवेश करना, अपनी योजनानुसार, छोड़ दें। यद्यपि एचडीएफसी टॉप 200 लार्ज-कैप फंड है और एक आदर्श चयन भी। हालांकि हमने एक ऋण फंड भी चुना है। हमने वैसे लार्ज-कैप की तरफ अधिक झुकाव वाले फडों का चयन किया है जिससे आपके पोर्टफोलियो में परिवर्तन किया जा सके।
डीएसपी एमएल टाइगर और जेएम बेसिक से हमने दूर रहना ही ठीक समझा है क्योंकि ये आक्रामक फंड हैं। कोटक ऑपोर्चुनिटीज और मैग्नम कॉन्ट्रा को भी छोड़ा जा सकता है क्योंकि ये मिड और स्मॉल-कैप में अपेक्षाकृत अधिक निवेश करते हैं।
रिलायंस के अन्य फंडों, जिनका आपने चयन किया था, का पूर्णत: परित्याग किया जा सकता था (यद्यपि इनकी रेटिंग अच्छी है और इनका प्रदर्शन भी बढ़िया रहा है) क्योंकि आपके पोर्टफोलियों के तहत इनमें पर्याप्त निवेश किया गया है। फंडों की संख्या पर ध्यान देने की जरुरत है। बाजार में थोड़ा सुधार होने पर हम आपको जेएम बेसिक और डीएसपी मेरिल लिंच टाइगर जैसे फंडों से अलग होने की सलाह देंगे।
इससे पोर्टफोलियो में शामिल फंडों की संख्या 10 हो जाएगी। सुनिश्चित कर लीजिए कि आपके पोर्टफोलियो में इससे अधिक फंड शामिल नहीं होंगे। हमें भरोसा है कि ऐसे उच्च गुणवत्ता वाले फंड दीर्घावधि में आपके निवेश का खयाल रख सकते हैं। इन फंडों में निवेश की शुरुआत सिप मार्ग से करें।
साल में एक बार अपने पोर्टफोलियो का पुनर्संतुलन करना मत भूलें। इक्विटी और ऋण के आवंटन का अनुपात बाजार की तेजी या मंदी के दिनों में भी काफी बदल सकते हैं। इसलिए पोर्टफोलियो आवंटन का खास खयाल रखिए और जब भी आवश्यक हो उसे पुनर्संतुलित करना मत भूलिए।
लक्ष्य की प्राप्ति
अगर आप प्रति माह 60,000 रुपये का नियमित 17 वर्षों तक निवेश करते हैं तो आप तकरीबन पांच करोड़ रुपये का कोष जुटा पाने में सक्षम होंगे ( यहां माना गया है कि आपके पोर्टफोलियो पर सालाना 15 प्रतिशत का प्रतिफल मिलता है)। आपकी समय-सीमा 17 वर्षों की है इसलिए 10 प्रतिशत आवंटन ऋण में करने का तुक बनता है।
इससे समय के साथ बनने वाले कोष को सुरक्षित रखने में आपको मदद मिलेगी। इक्विटी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं इसलिए जैसे-जैसे समय-सीमा की समाप्ति का वक्त नजदीक आता जाए, अपने निवेश का हिस्सा धीरे-धीरे ऋण में बढ़ाते जाएं। इससे आपका कोष कुछ हद तक सुरक्षित हो सकता है।