Skip to content
  शनिवार 1 अप्रैल 2023
Trending
April 1, 2023IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हरायाApril 1, 2023Liquor sales : रोजाना 19.71 करोड़ रुपये की शराब पी गए दिल्ली वाले ! दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री से ‘अब तक सबसे ज्यादा’ कमाई कीApril 1, 2023Amul Milk Price Hike: झटका ! फिर बढ़े अमूल दूध के दाम, 2 रुपये प्रति लीटर का हुआ इजाफाApril 1, 2023Rupee ग्लोबल करेंसी बनने की राह पर… अब ‘रुपए’ में हो सकेगा भारत-मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापारApril 1, 2023Vande Bharat : MP को मिली पहली वंदे भारत, PM मोदी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, जानें किराया, रूट और टाइमिंगApril 1, 2023GST Collection: मार्च में 13 फीसदी बढ़ा कलेक्शन, GST लागू होने के बाद दूसरी बार हुआ सबसे अधिक टैक्स कलेक्शनApril 1, 2023Tata Motors auto sales : टाटा मोटर्स की कुल घरेलू बिक्री मार्च में तीन फीसदी बढ़ीApril 1, 2023Toyota auto sales: टोयोटा की बिक्री मार्च में नौ फीसदी बढ़कर 18,670 इकाई रहीApril 1, 2023Bank loan fraud : 95 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में कोलकाता का कारोबारी गिरफ्तारApril 1, 2023Maruti auto sales : मारुति की मार्च में बिक्री में मामूली गिरावट, वित्त वर्ष में रिकॉर्ड 19.66 लाख वाहन बेचे
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  वित्त-बीमा  खरीदें और हो जाएं लंबे समय के लिए तैयार
वित्त-बीमा

खरीदें और हो जाएं लंबे समय के लिए तैयार

बीएस संवाददाता बीएस संवाददाता —October 26, 2008 10:27 PM IST
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

इस समय बाजार ने जहां नीचे का रुख किया हुआ है, वहां अच्छी-अच्छी कंपनियों के शेयर भी काफी आकर्षित कीमत पर मिल रहे हैं, लेकिन इनके साथ आपको लंबा वक्त गुजारना पड़ेगा।
किसी भी कारोबार में आदर्श रणनीति तो कम में खरीद कर ज्यादा में बेचना ही होती है।


लेकिन यहां ज्यादा में खरीद कर उससे भी ज्यादा में बेचना भी मान्य है। कच्चे माल की लागत में इजाफे के साथ एक विनिर्माता को ऐसा जरूर करना चाहिए। साथ ही, यह भी संभव है कि समयसीमा को बदल कर पहले बेच लिया जाए और भविष्य में खरीदने की सोचें।

उदाहरण के लिए एक बंदरगाह नए ऑर्डर लेता है और भुगतान का कुछ हिस्सा या फिर पूरा 100 प्रतिशत भुगतान पहले ही कर दिया जाता है, जिसका इस्तेमाल कच्चा माल खरीदने में किया जाता है।समयसीमा को सेवा क्षेत्र में भी बदला जा सकता है। आईटी से जुड़ी एक सलाकार कंपनी पहले ही पूरे भुगतान या उसके कुछ हिस्से की मांग कर सकती है। इसका इस्तेमाल करार पूरा करने के लिए लोगों की नियुक्ति में किया जा सकता है।

यह सिर्फ तब है जब कोई इक्विटी के साथ काम करता है। इसमें सिर्फ नैतिक विचार है। इसकी वजह प्रत्यक्ष मूल्य-वृध्दि की कमी है।लेकिन सेकंडरी बाजार में इक्विटी कारोबार में प्रत्यक्ष मूल्य-वृध्दि की कमी का वैसा असर नहीं पड़ता, जैसा कोई अपने कारोबार में देखता है। अब भी कई शेयरों को खरीदा जा रहा है और बाद में बेचा जाएगा, या अभी बेच कर बाद में खरीदा जाएगा। चूंकि ये सभी दूसरे कारोबारों में भी लागू होते हैं, इसलिए इन्हें इक्विटी बाजारों में भी लागू होना चाहिए।

इक्विटी कारोबार में मूल्य-वृध्दि का मतलब यह है कि खरीदार यह सोचता है कि अभी की जो बाजार कीमत है वह शेयर की कीमत को कम आंक रही है। इसलिए जब तक कि अतिरिक्त कीमत न मिलने वाली हो तब तक के लिए खरीदार शेयर अपने पास जमा रख लेता है। वायदा कारोबार में भी ऐसा ही होता है। फर्क सिर्फ इतना है कि वायदा कारोबार में स्टॉक अवधि के लिए कड़ी समयसीमा होती है।

ध्यान देने लायक बात यह है कि यह जीरो ट्रांसेक्शन होता है- एक पक्ष का फायदा हमेशा दूसरे का नुकसान होता है। अगर खरीदार सही है और कीमतें तेज हैं, बेचने वाले का नुकसान और खरीदार का मुनाफा होगा और जब कीमतें घटती हैं तो ठीक इसका उलट होगा।

लेकिन ये लेन-देन सिर्फ तभी तक लागू माना जाता है, जब तक खरीदार सही हो! आज अब बेचने और बाद में खरीदना एक आम बात हो गई है, जहां शॉर्ट सेलर को फायदा होता है अगर भविष्य में कीमतें गिर जाएं।

जब किसी निराशा से घिरे हुए खरीदार को नुकसान होता है तो इस पर उसका गुस्से में होना समझ में आता है, लेकिन अक्सर नियामक संस्थाओं की ओर से भी ऐसा ही रवैया अपनाया जाता है। जब कीमतें घटती हैं, तो कहीं न कहीं शॉर्ट-सेलिंग से मुनाफा कमाना नैतिक तौर पर गलत लगता है।

बाजार में अच्छी खबरों के प्रचार-प्रसार के साथ खरीदार के लिए कहना कि उसका पोर्टफोलियो बढ़ा है, ठीक है। बाजार में बुरी खबरों के प्रचार-प्रसार के साथ शॉर्ट-सेलर का कहना कि उसका पोर्टफोलियो घटा है, थोड़ा अटपटा लगता है। यह भेद-भाव तब खासतौर पर अतार्किक हो जाता है, जब न तो खरीदार और न ही शॉर्ट सेलर सक्रिय रूप से बाजार में लेन-देन में शामिल होते हैं और अच्छी या बुरी खबर के पीछे इन दोनों में से किसी की मेहनत शामिल नहीं होती।

व्यावहारिक तौर पर इस रवैये से शॉर्ट सेलर, जो हमेशा से नियामक संस्थाओं के निशाने पर होता है, के खिलाफ मुहिम तैयार हो जाती है। गणित की भाषा में जोखिम में फायदे का समीकरण किसी भी हाल में शॉर्ट सेलिंग के खिलाफ बिगड़ता ही है। जब कीमतें बढ़ती हैं, एक खरीदार उनमें अपार ऊंचाई के अनुमान लगता है। एक शॉर्ट सेलर 100 प्रतिशत तक कीमतों को गिरते हुए और टूटते हुए देखता है।

एक शॉर्ट सेलर उलटे लेन-देन पर ध्यान देता है, यानी पहले बेचना और फिर खरीदना। इस प्रक्रिया से इसलिए नकदी हमेशा आती है और चूंकि शॉर्ट कवरिंग गतिविधि से मांग बढ़ती है, इसलिए कीमतों पर अंकुश भी लगाया जाता है। जब भी शॉर्ट-सेलिंग पर प्रतिबंध लगाया जाता है, नियामक अनिवार्य रूप से उलटे लेन-देन को एक निश्चित समयसीमा में जारी रखने पर दबाव देता है, जिसे मौजूदा शॉर्ट-सेलर चला रहे थे। इससे अस्थायी तौर पर उस समय के लिए कीमतें बढ़ जाती हैं। इस दौरान लंबे समय के लिए निवेश के लिहाज से शेयर खरीदने से फायदा हो सकता है।

लेकिन एक बार जब बाजार से शॉर्ट-सेलर बाहर हो जाते हैं, तरलता भी खत्म हो जाती है। कम तरलता के कारण अक्सर कीमतें घट जाती हैं और इस स्थिति के लिए बिना किसी प्रणाली या तंत्र के कीमतों की अधिकतम सीमा नहीं बचती।भारतीय नियामक और राजनैतिक संगठन अब विदेशी शॉर्ट-सेलरों से उलट लेन-देन के लिए बातचीत कर रहे हैं।

अगर वे इसमें सफल हो गए तो कीमतें वापस अपने स्तर पर आ जाएंगी। लेकिन कीमतों का वापसी का वह स्तर हमेशा नहीं बना रहेगा, क्योंकि मुनाफा खत्म हो जाएगा।अगर आप उलट लेने-देन के एक निश्चित समय में कारोबार करते हैं तो आपको कारोबार में मुनाफा कमाने का मौका मिल  सकता है।

अगर आप इस मौके का फायदा नहीं उठाना चाहते और आप लेन-देन के पारंपरिक तरीके यानी कम में खरीद कर अधिक में बेचने का सुरक्षित खेल खेलना चाहते हैं तो फिर मूल्यांकन के लिहाज से यह वक्त खरीदने के लिए बढ़िया है। लेकिन इस वक्त में खरीदने के बाद आपको लंबे समय के लिए स्टॉक अपने पास रखना पड़ सकता है। और हां, शेयरों का चुनाव भी एक अहम हिस्सा है।

buy it and be ready for long wait
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
अर्थव्यवस्था

नीति की समीक्षा तक मुफ्त रहेगा UPI से लेन-देन, NPCI के सीईओ ने बताई पूरी प्रक्रिया

March 31, 2023 10:05 PM IST
अर्थव्यवस्था

सरकार ने ज्यादातर छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें बढ़ाई

March 31, 2023 10:00 PM IST
आपका पैसा

New Financial Year : नया फाइनेंशियल ईयर कल से शुरू, ये वित्तीय बदलाव आम व्यक्ति की जेब पर डालेंगे सीधा असर

March 31, 2023 7:40 PM IST
आपका पैसा

खुशखबरी! छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों को सौगात, मोदी सरकार ने ब्याज दर में किया इजाफा

March 31, 2023 6:22 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

सरकार ने जारी किया नई विदेश व्यापार नीति, ई-कॉमर्स को बढ़ावा देने के लिए तैयार हो रहे दिशानिर्देश

March 31, 2023 11:14 PM IST
अर्थव्यवस्था

नीति की समीक्षा तक मुफ्त रहेगा UPI से लेन-देन, NPCI के सीईओ ने बताई पूरी प्रक्रिया

March 31, 2023 10:05 PM IST
आपका पैसा

New Financial Year : नया फाइनेंशियल ईयर कल से शुरू, ये वित्तीय बदलाव आम व्यक्ति की जेब पर डालेंगे सीधा असर

March 31, 2023 7:40 PM IST
आपका पैसा

खुशखबरी! छोटी बचत योजनाओं में निवेश करने वालों को सौगात, मोदी सरकार ने ब्याज दर में किया इजाफा

March 31, 2023 6:22 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

अजय बंगा का निर्विरोध World Bank अध्यक्ष का अगला अध्यक्ष बनना तय

March 31, 2023 4:56 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

Twitter पर छाए Elon Musk, फॉलोवर्स की लिस्ट में बराक ओबामा और जस्टिन बीबर भी छूट गए पीछे

March 31, 2023 4:28 PM IST

Trending Topics


  • PhonePe
  • Stocks to Watch
  • Gold Price Today
  • Indore Temple Tragedy
  • COVID-19 Update
  • Rupee vs Dollar
  • Reliance | Jio Financial

सबकी नजर


IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हराया

April 1, 2023 8:04 PM IST

Liquor sales : रोजाना 19.71 करोड़ रुपये की शराब पी गए दिल्ली वाले ! दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री से ‘अब तक सबसे ज्यादा’ कमाई की

April 1, 2023 7:43 PM IST

Amul Milk Price Hike: झटका ! फिर बढ़े अमूल दूध के दाम, 2 रुपये प्रति लीटर का हुआ इजाफा

April 1, 2023 6:52 PM IST

Rupee ग्लोबल करेंसी बनने की राह पर... अब ‘रुपए’ में हो सकेगा भारत-मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार

April 1, 2023 6:35 PM IST

Vande Bharat : MP को मिली पहली वंदे भारत, PM मोदी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, जानें किराया, रूट और टाइमिंग

April 1, 2023 5:59 PM IST

Latest News


  • IPL 2023 PBKS vs KKR: बारिश ने बिगाड़ा खेल, पंजाब ने डकवर्थ लुईस नियम से कोलकाता को 7 रनों से हराया
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Liquor sales : रोजाना 19.71 करोड़ रुपये की शराब पी गए दिल्ली वाले ! दिल्ली सरकार ने शराब बिक्री से ‘अब तक सबसे ज्यादा’ कमाई की
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Amul Milk Price Hike: झटका ! फिर बढ़े अमूल दूध के दाम, 2 रुपये प्रति लीटर का हुआ इजाफा
    by भाषा
    April 1, 2023
  • Rupee ग्लोबल करेंसी बनने की राह पर… अब ‘रुपए’ में हो सकेगा भारत-मलेशिया के बीच द्विपक्षीय व्यापार
    by बीएस वेब टीम
    April 1, 2023
  • Vande Bharat : MP को मिली पहली वंदे भारत, PM मोदी ने दिखाई ट्रेन को हरी झंडी, जानें किराया, रूट और टाइमिंग
    by भाषा
    April 1, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
58991.52 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स58992
10311.78%
निफ्टी58992
10310%
सीएनएक्स 50014558
2121.48%
रुपया-डॉलर82.15
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software837.4011.34
Brightcom Group14.649.99
Easy Trip Plann.43.539.10
Capri Global652.458.67
HLE Glascoat503.307.51
Macrotech Devel.930.607.48
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Sonata Software836.3011.26
Capri Global661.159.91
Apar Inds.2504.909.88
Brightcom Group14.609.77
BLS Internat.165.709.55
Easy Trip Plann.43.609.27
आगे पढ़े  

# TRENDING

PhonePeStocks to WatchGold Price TodayIndore Temple TragedyCOVID-19 UpdateRupee vs DollarReliance | Jio Financial
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us