facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

टाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकस

चंद्रशेखरन ने कहा कि टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं। उनका कारोबार शानदार है, लेकिन उन्हें अभी और काम करना है

Last Updated- November 12, 2025 | 10:22 PM IST
Tata Motors

टाटा मोटर्स के वा​णि​ज्यिक वाहन कारोबार ने आज बीएसई पर शुरुआत की। इसके साथ ही वाहन विनिर्माता की अपने यात्री और वाणिज्यिक वाहन परिचालन के लिए अलग-अलग सूचीबद्ध कंपनियों के लिए लंबे समय से नियोजित विभाजन प्रक्रिया पूरी हो गई।

टाटा संस और टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने इस समारोह में कहा कि यह सूचीबद्धता वा​णि​ज्यिक वाहन शाखा के विकास के अगले चरण के लिए मंच तैयार करता है, जो इले​क्ट्रिफिकेशन, हाइड्रोजन ट्रकों और नई ऊर्जा वाली बसों पर केंद्रित है और साथ ही ऋण-मुक्त बैलेंस शीट बनाए रखेगा।

चंद्रशेखरन ने कहा, ‘टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ रहे हैं। उनका कारोबार शानदार है, लेकिन उन्हें अभी और काम करना है क्योंकि अब हम इले​क्ट्रिफिकेशन, हाइड्रोजन ट्रकों, नई ऊर्जा वाली बसों और कई नई तकनीकों पर काम कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कंपनी को ऋण मुक्त बनाया है, जिससे वे काफी साहसी बन पाए हैं।’

टाटा समूह की पुनर्गठन यात्रा में इस विभाजन को महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर बताते हुए उन्होंने कहा, ‘टाटा मोटर्स आठ दशकों से भी अ​धिक समय से प्रतिष्ठित कंपनी रही है और ऐसे संगठन में संरचनात्मक बदलाव करना कभी आसान नहीं होता। लेकिन स्पष्ट विकास पथ वाली दो आर्थिक रूप से दमदार, स्वतंत्र कंपनियां बनाने के लिए यह विभाजन जरूरी था।’

First Published - November 12, 2025 | 10:16 PM IST

संबंधित पोस्ट