बैंको को उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआरआर) नीलामी का आकार बढ़ाकर दोगुना करेगा, क्योंकि बैंकिंग व्यवस्था में नकदी अभी करीब 3 लाख करोड़ रुपये अधिशेष की स्थिति में है।
बुधवार को रिजर्व बैंक को 2 दिन की वीआरआरआर नीलामी के लिए 97,315 करोड़ रुपये की बोली मिली है, जिसकी अधिसूचित राशि 1 लाख करोड़ रुपये थी। रिजर्व बैंक ने पूरी बोली 5.49 प्रतिशत कटऑफ दर पर स्वीकार की है। यह 4 जुलाई को हुई 7 दिन की वीआरआरआर नीलामी के 5.47 प्रतिशत कट ऑफ दर से ज्यादा है, जिसने 1.7 लाख करोड़ रुपये की बोली मिली थी।
बाजार से जुड़े हिस्सेदारों का कहना है कि 2 लाख करोड़ रुपये की एक और वीआरआरआर नीलामी की उम्मीद के कारण इस बार सतर्कतापूर्ण भागीदारी हुई। इसके अलावा शुक्रवार को नीलामी की मेच्योरिटी पिछले वीआरआरआर ऑपरेशन के रिवर्सल से मिलान खाती है, जिससे बोली की राशि पर दबाव पड़ा है।
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ओवरनाइट भारित औसत काल दर (डब्ल्यूएसीआर) 5.34 प्रतिशत पर रहा, जो इसके पहले 5.26 प्रतिशत पर बंद हुआ था। वहीं ओवरनाइट टीआरईपी रेट 5.29 प्रतिशत पर रहा, जो मंगलवार को 5.13 प्रतिशत था।
एक प्राइमरी डीलरशिप के डीलर ने कहा, ‘कॉल रेट बढ़कर 5.30 प्रतिशत हो गई है, और आज या कल 2 लाख करोड़ रुपये वीआरआरआर की घोषणा होने की उम्मीद है, इसलिए सतर्कता बरती जा रही है।’
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उन्होंने कहा, ‘इसके अलावा यह भी स्पष्ट नहीं है कि रिजर्व बैंक ओवरनाइट रेट 5.50 प्रतिशत पर रखना चाहता है या एसडीएफ और रेपो रेट के बीच। इस अनिश्चितता के कारण बोली लगाने में सावधानी बरती जा रही है और कट-ऑफ बढ़ा है।’ रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को बैंकिग व्यवस्था में शुद्ध नकदी 3.07 लाख करोड़ रुपये अधिशेष की स्थिति में थी।