आज के शुरुआती कारोबार के दौरान अमरीकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में 35 पैसे की कमजोरी दर्ज की गयी।
आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग और वर्ष के अंत में एशियाई मुद्राओं में डॉलर के मुकाबले कमजोरी एवं घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट के चलते विदेशी फंडों में बढ़ते पूंजी प्रवाह के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़क गया।
अंतरबैंकीय विदेशी मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा अमरीकी मुद्रा के मुकाबले 49.13 के स्तर पर पहुंच गई। कल बंद हुए कारोबार के दौरान रुपया 48.76/78 के स्तर पर आ गया था, जिसमें आज 35 पैसे की और कमजोरी आ गई।
विदेशी मुद्रा के डीलरों का कहना है, "एशियाई मुद्राओं के बास्केट के मुकाबले डॉलर की मजबूती का अहम कारण यह है कि आयातकों की ओर से डॉलर की मांग में तेजी आई है और अमरीका में तेल की मांग बढ़ी है एवं साथ ही एशियाई शेयर बाजारों में लगातार गिरावट का रुख जारी है, ऐसे में भारतीय रुपया काफी दबाव में आ गया।"