facebookmetapixel
FTA में डेयरी, MSMEs के हितों का लगातार ध्यान रखता रहा है भारतः पीयूष गोयलसरकार ने ‘QuantumAI’ नाम की फर्जी निवेश स्कीम पर दी चेतावनी, हर महीने ₹3.5 लाख तक की कमाई का वादा झूठाStocks To Buy: खरीद लो ये 2 Jewellery Stock! ब्रोकरेज का दावा, मिल सकता है 45% तक मुनाफाEPF नियमों पर दिल्ली हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: विदेशी कर्मचारियों को भी देना होगा योगदानSectoral ETFs: हाई रिटर्न का मौका, लेकिन टाइमिंग और जोखिम की समझ जरूरीED-IBBI ने घर खरीदारों और बैंकों को राहत देने के लिए नए नियम लागू किएकमजोर बिक्री के बावजूद महंगे हुए मकान, तीसरी तिमाही में 7 से 19 फीसदी बढ़ी मकान की कीमतमुंबई में बिग बी की बड़ी डील – दो फ्लैट्स बिके करोड़ों में, खरीदार कौन हैं?PM Kisan 21st Installment: किसानों के खातें में ₹2,000 की अगली किस्त कब आएगी? चेक करें नया अपडेटनतीजों के बाद दिग्गज Telecom Stock पर ब्रोकरेज बुलिश, कहा- खरीदकर रख लें, ₹2,259 तक जाएगा भाव

डॉलर के मुकाबले रुपया 49.13 के स्तर पर आया

Last Updated- December 08, 2022 | 11:00 AM IST

आज के शुरुआती कारोबार के दौरान अमरीकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपये में 35 पैसे की कमजोरी दर्ज की गयी।
आयातकों द्वारा डॉलर की बढ़ती मांग और वर्ष के अंत में एशियाई मुद्राओं में डॉलर के मुकाबले कमजोरी एवं घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट के चलते विदेशी फंडों में बढ़ते पूंजी प्रवाह के कारण डॉलर के मुकाबले रुपया लुढ़क गया।
अंतरबैंकीय विदेशी मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान घरेलू मुद्रा अमरीकी मुद्रा के मुकाबले 49.13 के स्तर पर पहुंच गई। कल बंद हुए कारोबार के दौरान रुपया 48.76/78 के स्तर पर आ गया था, जिसमें आज 35 पैसे की और कमजोरी आ गई।
विदेशी मुद्रा के डीलरों का कहना है, "एशियाई मुद्राओं के बास्केट के मुकाबले डॉलर की मजबूती का अहम कारण यह है कि आयातकों की ओर से डॉलर की मांग में तेजी आई है और अमरीका में तेल की मांग बढ़ी है एवं साथ ही एशियाई शेयर बाजारों में लगातार गिरावट का रुख जारी है, ऐसे में भारतीय रुपया काफी दबाव में आ गया।"

First Published - December 24, 2008 | 12:57 PM IST

संबंधित पोस्ट