शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजारों की मंदी के अलावा बाजार में मंदड़ियों के हावी हो जाने से निफ्टी अपना सपोर्ट लेवल तोड़ और नीचे पहुंच गया।
पिछले सोमवार और शुक्रवार को बाजार में आई भारी गिरावट ने बीएसई में 6.18 लाख करोड़ की पूंजी साफ कर दी।
यहीं नहीं, पिछले हफ्ते बीएसई और निफ्टी ने सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट भी देखी।
वीएफएम डायरेक्ट डॉट कॉम के टेक्निकल एनेलिस्ट कमलेश लांगोटे के मुताबिक शुक्रवार को निफ्टी ने 4800 का अहम सपोर्ट लेवल तोड़ा है जिससे लगता है कि इस हफ्ते भी बाजार में गिरावट का दौर बरकरार रहेगा और आने वाले दिनों में जिस तरह से इंडेक्स नीचे आएगा, उसके तरीके से ही तय होगा कि बाजार नए निचले स्तरों पर पहुंचेगा या नहीं।
निफ्टी ने जनवरी 22 को हाल का सबसे निचला यानी 4449 का स्तर छुआ था और इस लिहाज से अगला सपोर्ट लेवल फिलहाल यही माना जाएगा।
इसी तरह सेंसेक्स का अगला सपोर्ट लेवल 22 जनवरी का ही स्तर यानी 15332 अंकों का होगा। टेक्निकल एनेलिस्ट असित सी मेहता के मुताबिक अगर बाजार ने 4448 के सपोर्ट को तोड़ा तो मंदी का दौर और गहरा हो जाएगा और करेक्शन भी बढ़ जाएगा।
यही नहीं असित सी मेहता के ही एनेलिस्ट सुरेश कुमार अय्यर का कहना है कि अगर बाजार ने 4002 के सपोर्ट को तोड़ा तो फिर बाजार में मंदी का लंबा स्ट्रक्चर बनना शुरू हो जाएगा।
बाजार की मंदी इस बात से भी पुख्ता हो रही है कि निफ्टी के दिग्गज शेयर भी फिबोनेकी के 161.8 फीसदी के प्राइस प्रोजेक्शन से नीचे कारोबार कर रहे हैं। फिबोनेकी का अगला स्तर हाल की ऊंचाई से 261.8 फीसदी का है।
निफ्टी के बड़े शेयरों में रिलायंस इंडस्ट्रीज शुक्रवार को 2248.25 रुपए पर बंद हुआ जो 2269 रुपए के 161.8 फीसदी के निचले स्तर के प्रोजेक्शन लेवल से भी नीचे है।
रिलायंस का अगला निचला स्तर 2041 रुपए का है जो फिबोनेकी का 261.8 फीसदी का निचला प्रोजेक्शन है।
आईसीआईसीआई बैंक भी पिछले हफ्ते 893.40 पर बंद हुआ जो 161.8 फीसदी केस्तर यानी 964 रुपए से नीचे है और 261.8 फीसदी के स्तर यानी 824 रुपए तक जा सकता है।