सार्वजनिक बैंकों द्वारा जमा और उधारी दरों में अगले महीने कमी करने पर सहमत हो जाने के बाद ब्याज दरों में एक बार फिर से कटौती तय लग रही है।
जमा दर में जहां 100 आधार अंक की कटौती होने की उम्मीद है वहीं बेंचमार्क प्रधान उधारी दर(बीपीएलआर)में कटौती होने के बारे में बैंक अगले कुछ दिनों में कोई फैसला करेंगे।
ब्याज दरों में कटौती करने का फैसला मुंबई में सार्वजनिक बैंकों के प्रमुखों की वित्त सचिव अरुण रामनाथन केसाथ बैठक के बाद आया है।
दरों में संभावित कटौती की संभावना पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के सीएमडी एम वी नायर ने बताया कि वित्तीय प्रणाली में इस समय पर्याप्त नकदी है और सरकारी बांड पर होनेवाले मुनाफे में भी कमी आई है।
नायर ने कहा कि महंगाई के स्तर में कमी आने के बाद फंडों की कीमत कम करने का यह बेहतर समय है और जमा दरों के अधिक रखने के पीछे भी कोई कारण नजर नहीं आ रहा है।
दरें घटाने के बारे में बैंक ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक टी एस नारायणस्वामी ने कहा कि संभवत: जनवरी के पहले सप्प्ताह में अधिकांश बैंक बीपीएलआर में कटौती करने की स्थिति में होंगे जबकि ब्याज दरों में भी एक जनवरी से ही कटौती की जाएगी।
देना बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पी एल गैरोला ने कहा कि महंगाई का स्तर घटकर 7 फीसदी से भी नीचे चला आया है, साथ ही सरकारी प्रतिभूतियों पर होनेवाले मुनाफे में कमी आने से जमा दरों में कमी किए जाने का रास्ता खुल गया है।
उन्होंने कहा कि जमा दरों में कमी किए जाने केबाद उधारी दरों में भी कमी की जा सकती है। गौरतलब है कि 6 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में महंगाई के स्तर में खासी कमी आई है और यह 6.84 फीसदी के स्तर पर आ गई।
एक बैंकर के अनुसार सरकार ने सभी सरकारी बैंकों को वर्ष 2008-09 में कर्ज दिए जाने के लक्ष्य में 20-25 फीसदी का इजाफा करने केलिए कहा है।
सरकार ने बैंकों को यह निर्देश औद्योगिक इकाईयों खासकर एमएसएमई जो मांग में कमी और वित्तीय संकट का सामना कर रही है, को अधिक से अधिक वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से जारी किया है।
गौरतलब है कि अभी कुछ दिनों पहले ही सरकार ने देश की अर्थव्यवस्था में जान फूं कने के लिए अतिरिक्त सहायता राशि की घोषणा की है।
इसके अलावा आरबीआई ने भी प्रणाली में नकदी के प्रवाह को बढ़ाने के उद्देश्य से अपनी प्रमुख दरों में कटौती करने की घोषणा कर चुकी है।
दर घटेंगी क्योंकि…
6 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में महंगाई का 8 फीसदी के स्तर से घटकर 6.84 फीसदी पर
कॉल दर ठहरी है 6.5 फीसदी के आसपास
दस वर्ष की अवधि वाले बेंचमार्क सरकारी बांड 5.49 फीसदी के साथ पिछले 54 महीनों के न्यूनतम स्तर पर