आवासीय ऋण मुहैया कराने वाली कंपनियों की नियामक संस्था राष्ट्रीय आवास बैंक (एनएचबी) ने अपनी सीमा के अंदर आने वाली आवासीय वित्त कंपनियों (एचएफसी) की तहकीकात की कवायद शुरू की है।
दरअसल एनएचबी हाउसिंग लोन मुहैया कराने वाली कंपनियों के द्वारा रियल एस्टेट सेक्टर को दिए जाने वाले फंड के इस्तेमाल की जांच भी करेगा। एचएफसी से एनएचबी ने कहा था कि एक विशेष निरीक्षण दस्ता छानबीन के लिए उनके पास जा सकता है।
एचएफसी के सूत्रों का कहना है कि यह जांच पड़ताल सालाना निरीक्षण से बहुत अलग थी। अधिकारियों का कहना है कि एनएचबी के अधिकारियों ने उनके द्वारा दिए गए लोन का विस्तार से जायजा लिया और साथ ही उनके अकाउंट की मौजूदा स्थिति की जानकारी भी ली।
एचएफसी ने जो लोन बिल्डरों को दिया था एनएचबी ने उनके पिछले रिकॉर्ड और उनके खाते के बारे में भी पूछताछ की।
एचएफसी के प्रमुख जिनकी मुलाकात एनएचबी टीम के सदस्यों से भी हुई उनका कहना था, ‘वे सभी खातों की विस्तृत रिर्पोट चाहते थे। जिसे फिर से तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा वे उन खातों की जानकारी भी चाहते थे जो थोड़े संदेहास्पद हैं और उन्हें अगले तीन महीनों में गैर निष्पादित संपत्ति की श्रेणी के तौर पर पेश किया जाए।’
इसके अलावा एचएफसी से निगरानी की व्यवस्था और कर्ज वसूली की प्रक्रिया को सुधारने के लिए उठाए गए कदम पर एक विस्तृत रिर्पोट जमा करने के लिए कहा गया है।