सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक का शुद्ध लाभ जून में समाप्त पहली तिमाही में गैर-ब्याज आय में बढ़ोतरी के दम पर 220 फीसदी की उछाल के साथ 1,182 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 369 करोड़ रुपये रहा था। क्रमिक आधार पर नजर डालें तो बैंक ने मार्च तिमाही में 1,709 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया था।
बैंक की शुद्ध ब्याज आय इस अवधि में 3 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ 3,994 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 3,874 करोड़ रुपये रही थी। देसी परिचालन में शुद्ध ब्याज मार्जिन दो आधार अंक सुधरकर 2.85 फीसदी रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 2.83 फीसदी रहा था। उधर, शुद्ध ब्याज मार्जिन तिमाही दर तिमाही 51 आधार अंक सुधरा।
तिमाही के दौरान गैर-ब्याज आय 41 फीसदी की उछाल के साथ 1,877 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 1,327 करोड़ रुपये रहा था। फंसे कर्ज की रिकवरी और फॉरेक्स आय में बढ़ोतरी के साथ यह संभव हुआ। क्रमिक आधार पर गैर-ब्याज आय आठ फीसदी बढ़ा, जो जनवरी-मार्च में 1,744 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी पद्मजा चुंडरू ने कहा कि इलाहाबाद बैंक के साथ विलय के बाद लागत में बचत हो रही है और आय के मुकाबले लागत का प्रतिशत 40.86 फीसदी रह गया है, जो पिछले साल 47.06 फीसदी रहा था।
बैंक का सकल एनपीए जून तिमाही में घटकर 9.69 फीसदी रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 10.90 फीसदी रहा था। शुद्ध एनपीए घटकर 3.47 फीसदी रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 3.76 फीसदी रहा था।
तिमाही के दौरान बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात 66.49 फीसदी रहा, जो एक साल पहले की समान अवधि में 68.09 फीसदी रहा था।