facebookmetapixel
सरकार ने नोटिफाई किए डिजिटल निजी डेटा संरक्षण नियम, कंपनियों को मिली 18 महीने की डेडलाइनबिहार विधानसभा चुनाव 2025: NDA 200 के पार, महागठबंधन की करारी हारबिहार की करारी हार से राजद-कांग्रेस के समक्ष अस्तित्व का संकट, मोदी बोले- पार्टी अब टूट की ओरबिहार में NDA की प्रचंड जीत से बैकफुट पर विपक्ष, चुनाव आयोग पर उठाए सवालNDA की जीत में पासवान, मांझी गठबंधन ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी: 10 बिंदुओं में बिहार चुनाव नतीजों के निष्कर्षबिहार में बंपर जीत के बाद बोले PM मोदी: पश्चिम बंगाल से भी ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकेंगेबिहार में नीतीश–मोदी फैक्टर की धमक: भाजपा की राजनीतिक महत्त्वाकांक्षा की राह में अब नहीं कोई बाधाबिहार चुनाव 2025: जदयू और भाजपा ने बढ़ाई वोट हिस्सेदारी, AIMIM को झटकाNDA के वादे और वित्तीय सीमाएं: ‘विकसित बिहार’ का सपना कितना संभव?सेबी 17 दिसंबर की बैठक में करेगा हितों के टकराव और खुलासा नियमों की सिफारिशों पर विचार

IDBI Bank के पास 11,520 करोड़ रुपये की विलंबित टैक्स एसेट

बैंक के पास मुंबई, पुणे और चेन्नई सहित विभिन्न शहरों में उसकी 129 संपत्तियां भी हैं।

Last Updated- October 15, 2023 | 4:58 PM IST
IDBI Bank

सरकार ने आईडीबीआई बैंक के संभावित परिसंपत्ति मूल्यांककों को बताया है कि बैंक के पास 11,520 करोड़ रुपये की विलंबित कर परिसंपत्तियां हैं।

इसके अलावा मुंबई, पुणे और चेन्नई सहित विभिन्न शहरों में उसकी 129 संपत्तियां भी हैं। किसी इकाई की विलंबित कर परिसंपत्ति भविष्य में उसकी कर योग्य आय को कम कर देती है। इसका अर्थ है कि उसने करों का अधिक भुगतान कर दिया है और यह राशि बाद में कर राहत के रूप में व्यवसाय को वापस कर दी जाएगी।

आईडीबीआई बैंक के संभावित परिसंपत्ति मूल्यांककों के सवालों के जवाब में निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) ने कहा कि बैंक की मुंबई में 68, पुणे में 20, चेन्नई में नौ और अहमदाबाद में सात संपत्तियां हैं। इसके अलावा कोलकाता में छह और दिल्ली तथा हैदराबाद में पांच-पांच संपत्तियां हैं।

यह भी पढ़ें : असुरक्षित ऋणों के डिफॉल्ट होने का बढ़ रहा है जोखिम: UBS

दीपम ने कहा, ‘‘आईडीबीआई बैंक के बही-खाते में अमूर्त संपत्ति में मुख्य रूप से लगभग 11,520 करोड़ रुपये की विलंबित कर परिसंपत्तियां हैं।’’ दीपम ने आगे कहा कि परिसंपत्ति मूल्यांककों को ब्रांड नाम और शाखा नेटवर्क का मूल्यांकन भी करना चाहिए, जो उसके बही-खातों पर नहीं दिखती हैं।

First Published - October 15, 2023 | 4:57 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट