facebookmetapixel
अनुसूची ‘M’ का पालन न करने वाली दवा कंपनियों पर नियामकीय कार्रवाई तय, CDSCO ने राज्यों को दिए निर्देशभारत के ईवी बाजार में त्योहारी जंग, टेस्ला और विनफास्ट में कड़ा मुकाबलाHAL बनाएगा नया R&D मैन्युअल, एरोस्पेस तकनीक में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदमअपोलो हॉस्पिटल्स ने तय किया FY27 की चौथी तिमाही तक पुनर्गठन पूरा करने का लक्ष्यस्वास्थ्य सेवा के हर पहलू में हलचल मचाएगी तकनीक: देवी प्रसाद शेट्टीउभरते बाजारों से पिछड़ रहा भारत, विदेशी निवेशकों की नजरों में भारत की चमक फीकीत्योहारी सीजन से पहले पेंट उद्योग में बढ़ी हलचल, एशियन पेंट्स के शेयरों में उछाल, बर्जर-नेरोलैक से फिर बढ़ी उम्मीदेंJaiprakash Associates को खरीदने की दौड़ में Adani ग्रुप सबसे आगे, Vedant को पछाड़ा!अगले पांच साल में डिफेंस कंपनियां R&D पर करेंगी ₹32,766 करोड़ का निवेश, रक्षा उत्पादन में आएगी तेजीEPFO Enrolment Scheme 2025: कामगारों के लिए इसका क्या फायदा होगा? आसान भाषा में समझें

खुदरा कर्ज में होम लोन का हिस्सा घटा, असुरक्षित कर्ज में हुआ इजाफा

शेषज्ञों का कहना है कि पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड सहित अन्य सेग्मेंट की तुलना में आवास ऋण की वृद्धि सुस्त रही है।

Last Updated- January 05, 2024 | 10:36 PM IST
42 thousand crores written off, 9.90 lakh crores waived off in 5 years बट्टे खाते में गए 42 हजार करोड़, 5 साल में 9.90 लाख करोड़ की कर्ज़ माफी

बैंकों द्वारा लिए जाने वाले खुदरा कर्ज में होम लोन की हिस्सेदारी नवंबर में घटकर 47.2 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 48.7 प्रतिशत थी। असुरक्षित ऋण की हिस्सेदारी बढ़ी है। साल 2021 में खुदरा ऋण में होम लोन की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से ऊपर थी।

भारतीय रिजर्व बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2021 से 2023 के बीच असुरक्षित ऋण (क्रेडिट कार्ड, व्यक्तिगत ऋण और उपभोक्ता वस्तुएं मिलाकर) की हिस्सेदारी 30.91 प्रतिशत से बढ़कर 33.83 प्रतिशत हो गई है।

नवंबर 2023 में बैंकों का असुरक्षित ऋण 15.35 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले साल की समान अवधि में 12.47 लाख करोड़ रुपये था। 17 नवंबर 2023 को होम लोन 21.77 लाख करोड़ रुपये था, जो एक साल पहले 18.94 लाख करोड़ रुपये था।

सालाना तुलना में एचडीएफसी और एचडीएफसी के विलय के असर को शामिल नहीं किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड सहित अन्य सेग्मेंट की तुलना में आवास ऋण की वृद्धि सुस्त रही है। इस वजह से आवास ऋण की प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी कम हुई है।

इक्रा में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट मनुश्री सागर ने कहा, ‘बैंकों के आवास ऋण में करीब 15 प्रतिशत वृद्धि जारी है। हालांकि कुछ क्षेत्र जैसे क्रेडिट कार्ड से प्राप्तियां, उपभोक्ता वस्तुओं पर ऋण, व्यक्तिगत ऋण, शिक्षा ऋण, वाहन ऋण और स्वर्ण ऋण में कही ज्यादा वृद्धि दर तय की गई है। इसके परिणामस्वरूप बैंकों के कुल व्यक्तिगत ऋण में आवास ऋण की हिस्सेदारी बढ़ी है।’

First Published - January 5, 2024 | 10:36 PM IST

संबंधित पोस्ट