facebookmetapixel
ऑल टाइम हाई के करीब NBFC स्टॉक पर मोतीलाल ओसवाल बुलिश, कहा-खरीद लें, अभी 20% और दौड़ेगाअगस्त में इन 8 Mutual Funds में जमकर बरसा पैसा, हर स्कीम का AUM ₹500 करोड़ से ज्यादा बढ़ाइंफ्रास्ट्रक्चर निवेश बढ़ाने पर SEBI चेयरमैन का जोर, कहा: रिटेल और पेंशन फंड्स को इस सेक्टर में लाने की जरूरतExplainer: बीमा सुगम- दुनिया का सबसे बड़ा डिजिटल इंश्योरेंस प्लेटफॉर्म, कैसे बदल जाएगा पूरा इंश्योरेंस इकोसिस्टम?Tata AMC का डायनेमिक इक्विटी फंड, $500 से निवेश शुरू; इस स्कीम में कौन लगा सकता है पैसा?मारुति ₹1.29 लाख तक घटाएगी दाम, चेक करें Alto, Swift, Wagon-R, Brezza समेत 18 मॉडल की नई एक्सशोरूम कीमतRBI के नए नियम के बाद PhonePe, Paytm ने रेंट पेमेंट सर्विस बंद की, मकान मालिकों के लिए अब KYC जरूरी12 महीने में 52% तक रिटर्न दे सकते हैं ये 5 सॉलिड स्टॉक्स! शेयरखान की सलाह-खरीद लेंयोगी सरकार की 5वीं ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी, ₹5 लाख करोड़ से ज्यादा के इंड​​​स्ट्रियल प्रोजेक्ट्स होंगे शुरूचीन की SAIC भारतीय कार वेंचर में घटाएगी हिस्सेदारी, नए निवेश रोकने का फैसला

ABCL-ABFL Merger: आदित्य बिड़ला कैपिटल में होगा आदित्य बिड़ला फाइनैंस का विलय, बनेगी एक बड़ी एंटिग्रेटेड NBFC

ABCL-ABFL Merger: आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि वित्तीय सेवा का कारोबार बढ़ा है और यह आदित्य बिड़ला समूह की वृद्धि का इंजन बनकर उभरा है।

Last Updated- March 11, 2024 | 9:50 PM IST
Aditya Birla

गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) आदित्य बिड़ला फाइनैंस सर्विसेज (ABFL) का विलय उसकी मूल कंपनी आदित्य बिड़ला कैपिटल (ABCL) में किया जाएगा, जिससे एक बड़ी एकीकृत NBFC बन सके। इससे कुल पूंजी पर्याप्तता करीब 150 आधार अंक बढ़ जाएगी और प्रोफार्मा के आधार पर ​एकीकृत इकाई के लिए बाह्य देनदारी का स्तर घटकर करीब 4.15 फीसद तक रह जाएगा।

प्रस्तावित विलय भारतीय रिजर्व बैंक के आकार पर आधारित नियमन के अनुपालन के मकसद से किया जा रहा है। एबीसीएल ने एक बयान में आज कहा कि इसके तहत 30 सितंबर 2025 तक आदित्य बिड़ला फाइनैंस की सूचीबद्धता अनिवार्य है। यह विलय आवश्यक नियामकीय व अन्य मंजूरियों के बाद होगा।

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमारमंगलम बिड़ला ने कहा कि वित्तीय सेवा का कारोबार बढ़ा है और यह आदित्य बिड़ला समूह की वृद्धि का इंजन बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित विलय आदित्य बिड़ला कैपिटल का कारोबार बढ़ाने के लिए एक मजबूत पूंजी आधार तैयार करेगा और यह भारत की वृद्धि में भागीदार बनेगा।

यह दूसरा मौका है, जब एनबीएफसी क्षेत्र में इस तरह का विलय हो रहा है। इसके पहले टाटा कैपिटल फाइनैंशियल सर्विसेज का विलय उसकी मूल कंपनी टाटा कैपिटल में 1 जनवरी 2024 से कर दिया गया था। टाटा कैपिटल होल्डिंग कंपनी है, जिसे अभी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना है।

बिड़ला में इस विलय के बाद विशाखा मुलये प्रबंध निदेशक (MD) एवं मुख्य कार्याधिकारी (CEO) और राकेश सिंह कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ (NBFC) का कार्यभाल संभालेंगे। इस समय मुलये एबीसीएल की सीईओ और राकेश सिंह आदित्य बिड़ला फाइनैंस के एमडी और सीईओ हैं।

एबीसीएल ने जब 3,000 करोड़ रुपये की रा​शि जुटाई थी तो इसकी मुख्य कार्याधिकारी विशाखा मुलये ने एक एनॉलिस्ट कॉल में कहा था कि यह 18 से 24 महीनों के लिए पर्याप्त होगा। इसलिए ऐसा लगता है कि कंपनी दिसंबर 2024 या ज्यादा से ज्यादा 2025 तक पैसा जुटाने के लिए बाजार में आएगी।

कंपनी ने कहा है कि इस विलय से हिस्सेदारों के मूल्य में वृद्धि, युक्तिसंगत बनने और समूह के ढांचे के सरल होने, वित्तीय स्थिरता में सुधार और परिचालन कुशलता में वृद्धि की उम्मीद है।

31 दिसंबर, 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक आदित्य बिड़ला कैपिटल के प्रबंधन के तहत संपत्ति करीब 4.1 लाख करोड़ रुपये है। इसके द्वारा दिया गया कुल कर्ज 1.15 लाख करोड़ रुपये, जीवन एवं स्वास्थ्य बीमा कारोबार में सकल प्रीमियम 13,500 करोड़ रुपये है। अप्रैल-दिसंबर 2023 के दौरान (वित्त वर्ष 2024 के शुरुआती 9 महीनों में) इसका समेकित राजस्व 26,791 करोड़ रुपये और कर के बाद मुनाफा 2,090 करोड़ रुपये रहा है।

31 दिसंबर, 2023 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी की देश भर में सभी कारोबार में 1,462 शाखाएं हैं।

First Published - March 11, 2024 | 9:50 PM IST

संबंधित पोस्ट