भारत राष्ट्र समिति (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामा राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हर साल 2 करोड़ नौकरियां पैदा करने के झूठे दावे करके देश के बेरोजगार युवाओं को धोखा देने का आरोप लगाया है। उन्होने यह बयान तेलंगाना भवन में एक कार्यक्रम के दौरान दिया। इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा के नेता कोनेरू चिन्ना सत्यनारायण और उनके समर्थक BRS में शामिल हुए।
डीसी की रिपोर्ट में कहा गया है, कार्यक्रम के दौरान, राज्य के आईटी मंत्री रामा राव ने कहा कि भाजपा राज्य में विशिष्ट धार्मिक समूहों से समर्थन हासिल करने के लिए विभाजनकारी राजनीति खेल रही है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जो नेता और सदस्य भाजपा की नीतियों के साथ नहीं जुड़ सकते, वे तेलंगाना में बीआरएस में शामिल हो रहे हैं।
रामा राव ने दावा किया कि राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा सरकार ने जानबूझकर तेलंगाना के पांच मंडलों को आंध्रप्रदेश के साथ जोड़ दिया, इस प्रक्रिया में कानून तोड़ा। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा ने बयारम स्टील प्लांट स्थापित करने का वादा किया था लेकिन वह उस वादे को पूरा करने में विफल रही।
रिपोर्ट में रामा राव के हवाले से कहा गया है, “प्रधानमंत्री, जो युवाओं के लिए रोजगार पैदा नहीं कर सके, उन्होंने सरकारी स्वामित्व वाली सेवाओं को प्राइवेट करने का फैसला लिया, जिससे सरकारी कर्मचारियों के बीच उनकी नौकरी की सुरक्षा को लेकर अनिश्चितता पैदा हो गई। दिलचस्प बात यह है कि केंद्रीय मंत्री और बीजेपी राज्य प्रमुख जी किशन रेड्डी तेलंगाना में युवाओं के लिए नौकरियों की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।”
इसके अलावा, रामाराव ने पीएम मोदी पर सरकारी स्वामित्व वाली कंपनियों का निजीकरण करके गौतम अडानी के प्रति पक्षपात करने का आरोप लगाया।
चूंकि तेलंगाना विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो रहा है, इसलिए राज्य में दिसंबर 2023 में चुनाव होने की उम्मीद है। जून 2014 में राज्य के गठन के बाद से, बीआरएस ने सीएम के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व में राज्य की बागडोर संभाली ही। तेलंगाना विधानसभा में 119 सीटें हैं और 40 सदस्यों वाली एक विधान परिषद भी है।