Rajasthan Assembly Elections: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) राज्य के 18 जिलों में 3,000 किलोमीटर से ज्यादा की नौ दिवसीय यात्रा शुरू करेंगे।
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरे या “यात्रा” का उद्देश्य 27 सितंबर से शुरू होने वाले गहलोत के महत्वाकांक्षी “मिशन 2030” अभियान के लिए जनता से सुझाव इकट्ठा करना है।
बता दें कि यह यात्रा इस साल के अंत में होने वाले राजस्थान विधानसभा चुनावों से पहले हो रही है। राजस्थान में इस साल 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है।
भाजपा की ‘परिवर्तन संकल्प यात्रा’ के जवाब में कांग्रेस की 9 दिवसीय यात्रा
इस दौरे को भाजपा की 20 दिवसीय “परिवर्तन संकल्प यात्रा” के जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जो 25 सितंबर को जयपुर में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की रैली के साथ समाप्त होने वाली है।
गहलोत के दौरे में जयपुर, सीकर, चूरू, नागौर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, सिरोही, जालौर, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा और चित्तौड़गढ़ जैसे जिले शामिल होंगे। ये जिले 100 से ज्यादा सीटों को कवर करेंगे और इसे राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत की अंतिम प्रमुख पहलों में से एक माना जाता है।
यात्रा का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ना
यात्रा के दौरान सीएम गहलोत ने 50 से अधिक निर्धारित यात्राएं करने की योजना बनाई है, जिन्हें “संवाद” कहा जा रहा है। इसका लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ना है। साथ ही इस यात्रा का उद्देश्य ‘मिशन 2030’ के विचार को बढ़ावा देना और विभिन्न विषयों पर प्रतिक्रिया इकट्ठा करना है।
बता दें कि ‘मिशन 2030’ अभियान इस साल अगस्त में शुरू किया गया था और इसमें कई सुझाव आमंत्रित किए गए थे जो राजस्थान को भारत का “शीर्ष” राज्य बनने में मदद करेंगे। सरकार के अनुसार, इस मिशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन सर्वेक्षणों के जरिये 45 लाख नागरिकों से 74 लाख से ज्याद सुझाव जुटाए जा चुके है।