महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी (MVA) में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी और कहा कि वह राज्य की कुल सीट में से 22 सीट पर चुनाव लड़ेगी।
शिवसेना (UBT) द्वारा उम्मीदवारों की घोषणा से कांग्रेस के नेता उद्धव सेना पर बिफर पड़े, राकांपा गठबंधन धर्म का पालन करने याद दिलाई तो प्रकाश आंबेडकर की पार्टी MVA के साथ गठजोड़ नहीं करने का ऐलान करते हुए अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए।
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने मुंबई की छह में से चार सीट पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करने के लिए शिवसेना (UBT) की आलोचना की। मुंबई (उत्तर-पश्चिम) संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ने के इच्छुक निरुपम ने कहा, ‘पार्टी नेतृत्व ने पिछले एक पखवाड़े में उनसे कोई संपर्क नहीं किया है। नेतृत्व को इसकी चिंता नहीं है कि उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि संभावना है कि कल पांचवीं सीट के लिए भी उम्मीदवार की घोषणा कर दी जाएगी। मुंबई में कांग्रेस को दफनाने की कोशिश की जा रही है और पार्टी को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। मैं अपने नेताओं को निर्णय लेने के लिए एक सप्ताह का समय देता हूं।’
निरुपम ने कहा, ‘शिवसेना (UBT) ने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट से ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान एक कथित घोटाले का आरोपी है। मैं ऐसे उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करूंगा। क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलने वाले कांग्रेस नेतृत्व को इसका एहसास नहीं था।’
कांग्रेस विधायक दल के नेता बालासाहेब थोराट ने कहा कि घोषणा सही नहीं है। थोराट ने कहा कि सभी को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। शिवसेना (यूबीटी) को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब भी सांगली, भिवंडी और मुंबई दक्षिण-मध्य से चुनाव लड़ने पर अड़ी हुई है। दुर्भाग्य से गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया गया। थोराट ने कहा कि उनकी पार्टी की राज्य इकाई ने केंद्रीय नेतृत्व को घटनाक्रम से अवगत करा दिया है।
NCP (शरद पवार) ने भी शिवसेना (UBT) की ओर से घोषित 16-उम्मीदवारों की पहली सूची पर अपनी कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। MVA के घटक- कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार)- महाराष्ट्र में 48 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए सीट-बंटवारे पर चर्चा कर रहे हैं। महाराष्ट्र में 19 अप्रैल से पांच चरणों में लोकसभा चुनाव होंगे।
उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बुधवार को 17 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी कर दी। पार्टी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गीते को रायगढ़ और अरविंद सावंत को दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।
पार्टी ने सभी पांचों निवर्तमान सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है जो 2022 में संगठन के विभाजन के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ थे। इन सांसदों में अरविंद सावंत (दक्षिण मुंबई), राजन विचारे (ठाणे), विनायक राउत (रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग), ओमराजे निंबालकर (धाराशिव) और संजय जाधव (परभणी) हैं।
पार्टी के नेता संजय राउत ने बताया कि शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से राज्यसभा सदस्य अनिल देसाई को मैदान में उतारा है। इसके साथ ही पार्टी ने मुंबई से चार उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है।
छत्रपति संभाजीनगर से नेता चंद्रकांत खैरे, मुंबई उत्तर-पूर्व से निवर्तमान सांसद संजय पाटिल, मुंबई उत्तर-पश्चिम से गजानन कीर्तिकर के बेटे अमोल कीर्तिकर, नरेंद्र खेडेकर को बुलढाणा से, संजय देशमुख को यवतमाल-वाशिम से, संजोग वाघेरे को मावल से, राजाभाऊ वाजे को नासिक से, भाऊसाहेब वाकचौरे को शिरडी से और नागेश पाटिल अष्टिकर को हिंगोली से अपना उम्मीदवार बनाया है।
राउत ने कहा कि शिवसेना कुल सीट में से 22 पर चुनाव लड़ेगी। अन्य पांच सीट के लिए उम्मीदवारों की घोषणा अगले दो दिन में की जाएगी। पालघर, कल्याण, डोम्बिवली, मुंबई -उत्तर, जलगांव और हातकणंगले सीट के लिए उम्मीदवारों के नाम तय किए जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि स्वाभिमानी शेतकारी संघटना के राजू शेट्टी शिवसेना (यूबीटी) के समर्थन में हातकणंगले सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। वर्ष 2019 के चुनाव में इस सीट पर अविभाजित शिवसेना ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बताया कि पार्टी निर्णय लेगी कि वह हातकणंगले सीट से अपना उम्मीदवार उतारेगी या फिर शेट्टी का समर्थन करेगी।
वंचित बहुजन आघाड़ी (VBA) के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने आरोप लगाया कि एमवीए के घटक दल-कांग्रेस, राकांपा (शरदचंद्र पवार) और शिवसेना (यूबीटी) वंशवादी राजनीति के प्रचार के लिए उनकी पार्टी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसका हमने विरोध करने की कोशिश की है। डॉ बी आर आंबेडकर के पौत्र प्रकाश आंबेडकर ने पहले चरण के चुनाव के लिए अपनी पार्टी के आठ प्रत्याशियों के नाम घोषित किए जिनमें उन्होंने अकोला से अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की।
VBA ने भंडारा गोंदिया से संजय केवट, गढ़चिरौली से हितेश मडावी, चंद्रपुर से राजेश बेले, बुलढाणा से वसंत मागर, वर्धा से राजेंद्र सालुंखे, अमरावती से प्राक्जक्ता पिल्लेवार और यवतमाल-वाशिम से खेमसिंह पवार को मैदान में उतारा है।
कांग्रेस और शिवसेना (UBT) ने इनमें से अधिकतर सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। आंबेडकर ने आरोप लगाया कि MVA के घटक दल मराठा कार्यकर्ता मनोज जरांगे से जुड़े पहलू पर विचार नहीं कर रहे। उन्होंने दावा किया कि जरांगे ने पहले चरण के चुनाव में VBA के उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा की है।