लोकसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और चंडीगढ़ में समझौता हो गया है। बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच बातचीत अंतिम दौर में है। गठबंधन की रणनीति 543 लोकसभा सीटों में से कम से कम 300 सीट पर संयुक्त उम्मीदवार उतारने की है। इसका मतलब यह हुआ कि 1952 के बाद कांग्रेस इस चुनाव में सबसे कम सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है।
यदि गठबंधन सहयोगियों से कांग्रेस की बात पक्की हो जाती है तो वह इस चुनाव में 2019 चुनाव के मुकाबले लगभग 100 सीटें छोड़ेगी। वर्ष 2019 में भाजपा ने 436 और कांग्रेस ने 421 सीटों पर चुनाव लड़ा था। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 464 और भाजपा ने 428 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे।
बीते बुधवार को ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों को लेकर समझौता हुआ है, जिसमें राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से 63 पर सपा और 17 पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी। हालांकि उत्तर प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी ने इंडिया गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस और आप ने दिल्ली, गुजरात और चंडीगढ़ के लिए सीट बंटवारे को अंतिम मुहर लगा दी है, जबकि हरियाणा में मिलकर मामला सुलझाने की कोशिश चल रही है। दोनों दल जल्द ही सीट बंटवारे को लेकर घोषणा कर सकते हैं। दिल्ली में आप चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ेंगी। इसी प्रकार गुजरात की 26 सीटों में से दो भरुच और भावनगर पर आप अपने उम्मीदवार उतार सकती है। बीते 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में गुजरात और दिल्ली की सभी सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
हरियाणा में आप फरीदाबाद या गुरुग्राम सीट पर अड़ी हुई है, जबकि दोनों दलों ने पंजाब की 13 सीटों पर साथ चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। चंडीगढ़ सीट पर कांग्रेस लड़ सकती है और यहां से आप अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। भाजपा की किरण खेर ने इस सीट पर पिछले दो लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की थी।
इसी प्रकार दक्षिणी गोवा सीट पर भी आप ने अपनी दावेदारी छोड़ दी है। यहां कांग्रेस अपना उम्मीदवार खड़ा करेगी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने हरियाणा की सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी। गोवा में भाजपा और कांग्रेस को एक-एक सीट मिली थी। महाराष्ट्र, बिहार और तमिलनाडु में इंडिया गठबंधन सीट बंटवार का ऐलान मार्च के पहले सपताह में करेगा।
आप से जुड़े सूत्रों ने बताया कि आप दक्षिणी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, उत्तर पश्चिमी दिल्ली और नई दिल्ली लोकसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगी, जबकि कांग्रेस चांदनी चौक, पूर्वी दिल्ली और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर चुनाव लड़ेगी।
गठबंधन की संभावना के बारे में पूछे जाने पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने संवाददाताओं से कहा, ‘कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा हैं। यह गठबंधन न सिर्फ दिल्ली, बल्कि पूरे देश में मजबूती के साथ लड़ेगा।’