भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजकोषीय विवेक की राह पर चलना जारी रखने और भारत की अर्थव्यवस्था के विस्तार का वादा किया है। भाजपा ने घोषणापत्र में कहा, ‘हम गारंटी देते हैं कि भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।’
भाजपा ने कहा कि वैश्विक उथल पुथल और सदी में एक बार होने वाली कोविड महामारी के बीच सरकार ने देश को 5 नाजुक अर्थव्यवस्थाओं में से निकालकर शीर्ष 5 अर्थव्यवस्थाओं में ला दिया।
घोषणा पत्र में कहा गया है, ‘यह सही नीतियों, केंद्रित कार्यान्वयन और सही योजना के कारण संभव हुआ है। हमने पिछले दशक में कम महंगाई, उच्च वृद्धि और राजकोषीय विश्वसनीयता बरकरार रखी है।’
सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 5.1 प्रतिशत राजकोषीय घाटे का लक्ष्य रखा है, जिससे 2021-22 में तय लक्ष्य पूरा हो सके। सरकार की योजना वित्त वर्ष 2026 तक राजकोषीय घाटा 4.5 प्रतिशत पर लाने की है।
भाजपा ने कहा, ‘हमने अपनी वित्तीय व्यवस्था दुरुस्त की है। वित्तीय विवेक बनाए रखा है और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाया है। हमने अपने नागरिकों को वैश्विक कीमतों के झटकों से बचाया है और आर्थिक वृद्धि के लिए सकारात्मक माहौल तैयार किया है।’