केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान के बाड़मेर में तल्ख टिप्पणी की है। इंडिया टुडे में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की आलोचना करने वालों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे, उनकी जीभ खींच ली जाएगी और आंखें निकाल ली जाएंगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राज्य विधानसभा चुनाव से पहले राजस्थान में अपनी परिवर्तन संकल्प यात्रा शुरू कर रही है, चुनाव इस साल के अंत या 2024 की शुरुआत में होने वाले हैं। सोमवार को एक रैली के दौरान, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने कहा कि कुछ लोग सनातन धर्म को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, हमारे पूर्वजों ने इसके लिए अपने जीवन का बलिदान दिया है।
शेखावत ने साफ कर दिया कि वे अब इस तरह का व्यवहार बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि जो कोई भी सनातन धर्म की आलोचना करेगा वह देश में राजनीतिक शक्ति या प्रभाव हासिल नहीं कर पाएगा। उन्होंने कहा, “हम अब उन्हें बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन लोगों से कहना चाहता हूं जो सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं कि अगर वे ऐसा करेंगे तो हम उनकी जीभ खींच लेंगे। जो लोग अनादर करेंगे, हम उनकी आंखें निकाल लेंगे।”
मंत्री के भाषण का वीडियो ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने साझा किया। उन्होंने कॉमेंट किया है, “चूंकि G20 शिखर सम्मेलन समाप्त हो गया है और घोषणा का बिंदु 78 अब प्रासंगिक नहीं है, नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल का एक सदस्य हिंसा को बढ़ावा दे रहा है। इसलिए, यह एक ऐसे हालात लगते हैं जहां लोग खुलेआम एक-दूसरे की आलोचना या हमला कर सकते हैं।”
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी आरोप लगाया कि INDIA गठबंधन देश से सनातन धर्म को खत्म करने का प्रयास कर रहा है।
इसके पहले तमिलनाडु के मंत्री उधयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को खत्म करने की बात एक कार्यक्रम में कही थी। उन्होंने कहा था कि इस धर्म की वजह से ही लोगों के बीच भेदभाव और विभाजन बढ़ा है।
बाद में डीएमके नेता ने स्पष्ट किया कि वह हिंदू धर्म के खिलाफ नहीं हैं बल्कि जातिगत भेदभाव जैसी सनातन प्रथाओं के खिलाफ हैं। स्टालिन ने उदाहरण के तौर पर संसद के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित नहीं किये जाने की घटना का जिक्र किया।