भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा को उनके पद से हटाने की मांग करते हुए बुधवार को यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। राजस्थान विधानसभा में नेता राजेंद्र राठौड़ के नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल यहां मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मिला एवं उन्हें ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन सौंपने के बाद राठौड़ ने संवाददाताओं से कहा,‘‘चुनाव आयोग की ओर से समय समय पर जारी किए परिपत्रों में निर्देश दिया गया है कि जिन अधिकारियों का सेवाकाल बढाया गया है वे चुनाव संबंधित किसी भी कार्य से जुड़े नहीं रह सकते।”
उन्होंने कहा कि राजस्थान में चुनाव के समय आचार संहिता के अनुपालन में मुख्य सचिव की मुख्य भूमिका रहती है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की ओर से जो ‘स्क्रिनिंग कमेटी’ बनाई गई है उसमें पूरा नियंत्रण ‘अध्यक्ष’ के तौर पर मुख्य सचिव के पास ही रखा गया है। इस कमेटी में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी शामिल हैं।
राठौड़ ने कहा,‘‘मुख्य सचिव उषा शर्मा सेवाकाल बढाए जाने के कारण सरकार से उपकृत अधिकारी हैं, ऐसे में वर्तमान पद पर रहते हुए उनके द्वारा निष्पक्ष रूप से कार्य नहीं करने की आशंका है और उपकृत करने वाले राजनीतिक दल के पक्ष में अपने पद का दुरूपयोग किए जाने की संभावना है। इसलिए तत्काल प्रभाव से उषा शर्मा को कार्यमुक्त किया जाए और आचार संहिता लागू होने के बाद उनके किए गए निर्णयों को भी शून्य घोषित किया जाए।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त को भी ज्ञापन सौंपेगा।