विश्व बैंक का निदेशक मंडल ऋण भुगतान स्थगित करने से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी देने पर जल्द ही विचार करने वाला है। इस प्रावधान के मंजूर होने के बाद प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे देशों को कुछ वर्षों के लिए ऋण भुगतान से रियायत मिल जाएगी।
विश्व बैंक की मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) अंशुला कांत ने शुक्रवार को कहा कि अगर किसी देश में प्राकृतिक आपदा आती है तो वह ऋण का भुगतान कुछ वर्षों के लिए टाल सकता है।
‘ऐक्शंस फॉर ग्लोबल इकनॉमिक रिकवरी’ कार्यक्रम पर सीआईआई बी 20 सत्र में विश्व बैंक की अधिकारी ने कहा कि जिन देशों में प्राकृतिक आपदाएं या किसी तरह का संकट आता है उन्हें वित्तीय रूप से मजबूत बने बनाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि ऐसे देशों को ऋण भुगतान से कुछ वर्षों के लिए राहत देने से उन्हें हालात संभालने में मदद मिलेगी। अंशुला ने कहा कि ऋण स्थगित करने के प्रावधान के तहत विश्व बैंक ने प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए विशेष उपाय किए हैं इनमें एक आपदा बीमा योजना भी है जो प्राकृतिक विपत्ति झेलने वाले देशों को वित्तीय मदद देती है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा एक त्वरित प्रतिक्रिया विकल्प भी ऐसे सभी देशों के लिए उपलब्ध है।अंशुला ने कहा कि इस विकल्प के तहत हुए अपनी मौजूद क्षमताएं दोबारा खड़ी कर सकते हैं और संकट से निपटने के लिए तत्काल रकम पा सकते हैं।
इस कार्यक्रम में आर्थिक वृद्धि संस्थान के अध्यक्ष एन के सिंह ने कहा कि विश्व को भविष्य में आर्थिक उठापटक से बचने के लिए और वित्तीय सुरक्षा रणनीति तैयार करने के लिए लगभग 400 अरब डॉलर की आवश्यकता होगी।