वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को कहा कि ग्राहकों को बेहतर सलाह देने के लिए चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) वैश्विक बदलावों जैसे कार्बन एकाउंटिंग की जानकारी रखें। सीए डिजिटाइजेशन को एक अवसर के रूप में इस्तेमाल करे और इससे कंपनियों में लोगों का विश्वास बढ़ाएं।
सीतारमण ने भुवनेश्वर में नैशनल सीए कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) प्रत्येक नए वैश्विक क्षेत्र में औरों के लिए नए मानक और सर्वश्रेष्ठ तरीके स्थापित करना चाहता है। इनमें कार्बन एकाउंटिंग, कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व एकाउंटिंग व ऑडिटिंग के साथ-साथ पर्यावरण, सामाजिक और शासन के मानदंडों को समुचित ढंग से लागू करना शामिल है।
सीतारमण ने कहा, ‘अब आपके ग्राहकों को कोष और साझेदारी में आगे बढ़ने के लिए तकनीक के स्थानांतरण की आवश्यकता है। ..नए कोर्स (आईसीएआई ने) की योजना बनाई गई है। यह 1 जुलाई, 2024 से लागू होगा। नया कोर्स इन मामलों के लिए महत्त्वपूर्ण रूप से प्रासंगिक है।’वित्त मंत्री ने डिजिटाइजेशन से पारदर्शिता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि डिजिटाइजेशन से केवल कंपनी और उसके बुककीपर के अलावा लोगों में भी विश्वास बढ़ता है।
सीतारण ने तकनीक और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस पर कहा, ‘एकाउंटिक का मानव श्रम पर आधारित पारंपरिक तरीका थकाने वाला है। अब तकनीक तेजी से आगे बढ़ रही है जो हमारे लिए अच्छा है।’ उन्होंने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर को लागू करने में आईसीएआई ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई और उसने कर के दायरे को बढ़ाया है।