अब तक शुक्रवार को जारी होने वाला महंगाई का आंकड़ा इस हफ्ते गुरुवार शाम को जारी किया गया, जो महंगाई की भड़कती आग से आहत सरकार के लिए कुछ सुकून देने वाला रहा।
दरअसल, 5 जुलाई को समाप्त सप्ताह के दौरान महंगाई दर में मामूली बढ़त दर्ज की गई। पिछले हफ्ते जहां महंगाई दर 11.89 प्रतिशत थी, वहीं इस हफ्ते यह बढ़कर 11.91 प्रतिशत हो गई। हालांकि इतनी मामूली बढ़ोतरी की उम्मीद न तो सरकार को थी और न ही विश्लेषकों को।
महंगाई दर की रफ्तार कुछ मंद पड़ने से जहां सरकार ने राहत की सांस ली है, वहीं वित्त मंत्री यह कहने से नहीं चूके कि सरकार और आरबीआई की ओर से उठाए गए कदम से महंगाई दर पर अंकुश लग रहा है और यह सप्ताह-दर-सप्ताह आधार पर स्थिर हुई है। समीक्षाधीन अवधि में जहां थोक मूल्य सूचकांक में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई, वहीं 30 जरूरी जिंसों की कीमतों में भी 28 जून को समाप्त सप्ताह के मुकाबले कमी आई है।
5 जुलाई को समाप्त हफ्ते में खाद्यान्न, दालें, खाद्य तेल, सब्जियां, डेयरी उत्पाद, साबुन आदि कीमतें करीब-करीब स्थिर रहीं। वहीं, चावल, प्याज, कालीमिर्च, मूंगफली, चना आदि की कीमतों में कमी आई है। विनिर्मित उत्पादों की बात करें, तो इस हफ्ते इनकी कीमतों में भी वृद्धि नहीं हुई है, जबकि जिंक, स्टील, मूंगफली तेल, कास्टिक सोडा की कीमतों में नरमी आई है। एटीएफ, लाइट डीजल, नेफ्था की कीमतों में समीक्षाधीन अवधि के दौरान तेजी दर्ज की गई। वैसे, 20 जुलाई की समीक्षा के दौरान आरबीआई और सख्त कदम उठा सकता है।
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि मूल्यों को लेकर अभी भी दबाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन मौद्रिक उपायों का प्रभाव नजर आने लगा है। हालांकि मौद्रिक उपायों का मूल्यों पर असर नजर आने में अभी कुछ वक्त लगेगा। नकदी की स्थिति कड़ी होने के भी संकेत मिले हैं।