भारत और अमेरिका के बीच अगले 48 घंटों में व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद बढ़ने से बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होकर 85.19 रुपये प्रति डॉलर के उच्च स्तर पर पहुंच गया। दिन की शुरुआत में ही विदेशी बैंकों द्वारा डॉलर बेचने के साथ तेजी शुरू हो गई, क्योंकि कई व्यापारी पहले से ही रुपये में मजबूती पर दांव लगा रहे थे। शुरुआती बढ़त के बाद भारतीय रिज़र्व बैंक की ओर से सरकारी बैंकों ने डॉलर खरीदे, जिससे बढ़त रुक गई।
रुपया 85.71 रुपये प्रति डॉलर की पिछली बंदी के मुकाबले 85.31 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि एक बार जब रुपया 85.45 रुपये प्रति डॉलर के स्तर को पार कर गया, तो स्टॉप-लॉस शुरू हो गए। उन्होंने कहा कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) भी खरीदार थे, जिससे रुपये में मजबूती आई।
एक बाजार प्रतिभागी ने कहा, ‘भारतीय रिजर्व बैंक ने डॉलर खरीदने के लिए कदम बढ़ाया होगा, जिससे रुपया नीचे आ गया। व्यापार समझौते की उम्मीदों और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट के कारण बाजार रुपये के पक्ष में बहुत झुका हुआ रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने वियतनाम के साथ एक व्यापार समझौते की घोषणा की है जो कई वियतनामी वस्तुओं पर अमेरिकी शुल्क को पहले प्रस्तावित 46 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इस घटनाक्रम ने उम्मीद जताई है कि भारत सहित अन्य देश भी 9 जुलाई की समय सीमा से पहले वाशिंगटन के साथ व्यापार समझौते हासिल करने में सक्षम हो सकते हैं, जब ट्रंप के ‘पारस्परिक शुल्क’ पर 90 दिनों का विराम समाप्त होने वाला है।
एशियाई व्यापार में डॉलर इंडेक्स बुधवार को 97.05 के मुकाबले 96.82 पर आ गया। यह छह प्रमुख मुद्राओं की बॉस्केट के मुकाबले डॉलर की ताकत को मापता है। इसके अतिरिक्त ब्रेंट क्रूड की कीमतें 69 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर से गिरकर लगभग 68.50 डॉलर प्रति बैरल पर आ गईं, जिससे रातोंरात देखी गई 3 प्रतिशत की वृद्धि उलट गई।
पिछले कुछ दिनों से रुपया 85.40 रुपये प्रति डॉलर से लेकर 86.00 रुपये प्रति डॉलर की सीमा में था। हालिया लाभ के साथ, यह अब 85.31 पर आ गया है। बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि आगे चलकर 85.50 एक मजबूत प्रतिरोध स्तर के रूप में कार्य करने की उम्मीद है।
सरकारी बैंक से जुड़े एक डीलर ने कहा, ‘व्यापार समझौते को लेकर उम्मीद बढ़ने से रुपये में मजबूती आई है। अगर ऐसा नहीं होता है, तो रुपया 86 रुपये प्रति डॉलर के स्तर के पार सकता है।’ गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत हुआ है। कैलेंडर वर्ष में अब तक 0.35 प्रतिशत की तेजी आई है और चालू वित्त वर्ष में अब तक 0.18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।