खाने-पीने की चीजों के दाम ऊंचे बने रहने के कारण फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति 5 फीसदी के ऊपर बनी रही मगर यह जनवरी की तुलना में थोड़ी कम हुई है। दूसरी ओर विनिर्माण क्षेत्र में सुस्ती से कारखानों के उत्पादन में वृद्धि जनवरी में घटकर 3.8 फीसदी रही।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी में खुदरा मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति थोड़ी नरम होकर 5.09 फीसदी रही, जो जनवरी में 5.10 फीसदी थी। खाद्य वस्तुओं की महंगाई फरवरी में 8.7 फीसदी रही जो इससे पिछले महीने 8.3 फीसदी से मामूली अधिक है।
मुद्रास्फीति की बात करें तो मासिक आधार पर सब्जियों, फल, तेल और वसा, दाल तथा उसके उत्पादों की महंगाई में मामूली कमी आई। मगर अनाज, दालों, चीनी तथा मसालों की महंगाई ऊंची बनी रही।
दूसरी ओर औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) की वृद्धि दर जनवरी में कम होकर 3.8 फीसदी रही, जो दिसंबर, 2023 में 4.2 फीसदी थी।
विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि जनवरी में घटकर 3.2 फीसदी रही जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह 4.5 फीसदी थी। हालांकि खनन और बिजली क्षेत्र के उत्पादन में इस दौरान इजाफा हुआ है।
कुल मिलाकर चालू वित्त वर्ष के पहले 10 माह यानी जनवरी तक औद्योगिक उत्पादन वृद्धि 5.9 फीसदी रही। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में औद्योगिक उत्पादन 5.5 फीसदी बढ़ा था।