भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को 2 दिन के वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो (वीआरआर) नीलामी का आयोजन किया। बैंकिंग व्यवस्था में 1 लाख करोड़ रुपये के करीब अतिरिक्त नकदी होने के कारण रिजर्व बैंक ने यह कदम उठाया है। केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बैंकिंग व्यवस्था में सोमवार को अतिरिक्त नकदी 98,920 करोड़ रुपये थी।
इसकी वजह से मंगलवार को भारित औसत ओवरनाइट मनी मार्केट रेट गिरकर 6.34 प्रतिशत पर पहुंच गया, जो सोमवार को 6.42 प्रतिशत था। भारित औसत ओवरनाइट कॉल रेट, रीपो रेट से नीचे गिरकर 6.48 प्रतिशत पर आ गया, जो सोमवार को 6.51 प्रतिशत पर था। रीपो रेट इस समय 6.50 प्रतिशत है।
एक सरकारी बैंक के डीलर ने कहा, ‘बैंक अपना धन एसडीएफ में जमा कर रहे थे। कॉल रेट गिरकर रीपो रेट के नीचे पहुंच गई। इसकी वजह से रिजर्व बैंक ने नीलामी कराई।’ उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने कई बार कहा है कि वे चाहते हैं कि ओवरनाइट रेट, रीपो रेट के आसपास रहे।
रिजर्व बैंक द्वारा अधिसूचित राशि 50,000 करोड़ रुपये थी, जबकि बैंकों ने नीलामी के समय 6.49 प्रतिशत भारित औसत दर पर 32,576 करोड़ रुपये जमा किए। बाजार हिस्सेदारों का कहना है कि इस महीने नकदी अधिशेष की स्थिति बनी रहेगी। मुद्रा बाजार के एक डीलर ने कहा, ‘व्यवस्था में पर्याप्त नकदी मौजूद है।
यह कम से कम इस महीने में अधिशेष की स्थिति में रहनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि चुनाव के कारण कुछ कमी हो सकती है। अगर इस कैलेंडर वर्ष के शेष महीनों से तुलना करें तो अप्रैल महीने में ज्यादातर समय अतिरिक्त नकदी की स्थिति बनी रही है।