आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) ने वित्त वर्ष 24 के लिए भारत के विकास के संशोधित आकलन में 20 आधार अंक की बढ़ोतरी करके 5.9 फीसदी कर दिया है।
संगठन ने शुक्रवार को जारी अपनी अंतरिम रिपोर्ट ‘नाजुक रिकवरी’ में कहा, ‘कठिन वित्तीय स्थितियों के दौरान वित्त वर्ष 23-24 के लिए भारत के विकास का अनुमान करीब 6 फीसदी पर है। यह वित्त वर्ष 2024-25 में बढ़कर बेहतर होकर करीब 7 फीसदी हो सकता है।’
ओईसीडी का अनुमान है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के अनुमानित 7 फीसदी की तुलना में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्दि दर 6.9 रहेगी। वित्त वर्ष 23 की दिसंबर तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था सालाना आधार पर 4.4 फीसदी की दर से बढ़ी थी।
क्रिसिल ने गुरुवार को अनुमान जताया था कि भारत की अर्थव्यवस्था भूजराजनीतिक, उच्च मुद्रास्फीति, ब्याज दरें तेजी से बढ़ने आदि के कारण 6 फीसदी की दर से बढ़ेगी।
हालांकि ओईसीडी ने चेताया कि नजरिये में सुधार अभी भी नाजुक है। उसने कहा कि जोखिम को कुछ बेहतर ढंग से संतुलित किया गया लेकिन यह नकारात्मक की ओर है। यूक्रेन के युद्ध को लेकर अनिश्चितता है और इसके प्रभावों का मुख्य असर पड़ेगा।