facebookmetapixel
बॉन्ड यील्ड में आई मजबूती, अब लोन के लिए बैंकों की ओर लौट सकती हैं कंपनियां : SBIअगस्त में Equity MF में निवेश 22% घटकर ₹33,430 करोड़ पर आया, SIP इनफ्लो भी घटाचुनाव से पहले बिहार को बड़ी सौगात: ₹7,616 करोड़ के हाईवे और रेलवे प्रोजेक्ट्स मंजूरBYD के सीनियर अधिकारी करेंगे भारत का दौरा, देश में पकड़ मजबूत करने पर नजर90% डिविडेंड + ₹644 करोड़ के नए ऑर्डर: Navratna PSU के शेयरों में तेजी, जानें रिकॉर्ड डेट और अन्य डिटेल्समद्रास HC ने EPFO सर्कुलर रद्द किया, लाखों कर्मचारियों की पेंशन बढ़ने का रास्ता साफFY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: FitchIncome Tax Refund: टैक्स रिफंड अटका हुआ है? बैंक अकाउंट वैलिडेशन करना तो नहीं भूल गए! जानें क्या करें2 साल के हाई पर पहुंची बॉन्ड यील्ड, एक्सपर्ट ने बताया- किन बॉन्ड में बन रहा निवेश का मौकाCBIC ने दी चेतावनी, GST के फायदों की अफवाहों में न फंसे व्यापारी…वरना हो सकता है नुकसान

पेट्रोलियम से ज्यादा स्वच्छ ऊर्जा में रोजगार: वर्ल्ड एनर्जी एम्प्लॉयमेंट 2023 रिपोर्ट

भारत में जीवाश्म ईंधन क्षेत्र के रोजगार साल 2019 के वैश्विक महामारी के पहले के स्तर से ऊपर बढ़ गया।

Last Updated- November 15, 2023 | 10:24 PM IST
Economic Survey 2024: To make India developed by 2047, industry will have to focus on generating employment Economic Survey 2024: 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए उद्योग जगत को रोजगार पैदा करने पर देना होगा जोर

इंटरनैशनल एनर्जी एजेंसी की एक वैश्विक रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2021 में पहली बार दुनियाभर में 3.5 करोड़ नौकरियों के साथ स्वच्छ ऊर्जा ने पारंपरिक जीवाश्म ईंधन क्षेत्र की 3.2 करोड़ नौकरियों की संख्या को पार कर लिया।

बुधवार को जारी की गई वर्ल्ड एनर्जी एम्प्लॉयमेंट 2023 रिपोर्ट में बताया गया है कि स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र की नौकरियों ने बढ़त बरकरार रखा है और जीवाश्म ईंधन नौकरियों की तुलना 3.6 गुना की दर से बढ़ रही है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र ने दुनिया भर में 47 लाख नौकरियां जोड़ीं जबकि जीवाश्म ईंधन क्षेत्र की नौकरियां साल 2020 में की गई छंटनी के बाद धीर-धीरे सुधार की राहत पर हैं और वैश्विक महामारी के पहले के रोजगार देने के स्तर से अभी भी 13 लाख कम है। हालांकि, स्वच्छ ऊर्जा में रोजगार के नए अवसर जीवाश्म ईंधन क्षेत्र की नौकरियों में की गई छंटनी से ज्यादा है।

भारत में जीवाश्म ईंधन क्षेत्र के रोजगार साल 2019 के वैश्विक महामारी के पहले के स्तर से ऊपर बढ़ गया। दूसरी ओर, स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में देश में चौथी सबसे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर बने।

रिपोर्ट इस बात का प्रमुख से उल्लेख है, ‘साल 2019 से 2022 के दौरान भारत और पश्चिमी एशिया ही एकमात्र ऐसे प्रमुख देश रहे जहां स्वच्छ ऊर्जा और जीवाश्म ईंधन क्षेत्र दोनों के रोजगार में वृद्धि देखने को मिली।’

कुल मिलाकर चीन और एशिया प्रशांत क्षेत्रों के बाद भारत में ऊर्जा क्षेत्र में श्रमिकों की तीसरी सबसे बड़ी संख्या है। चीन ने साल 2019-22 के बीच स्वच्छ ऊर्जा नौकरियों में सर्वाधिक इजाफा और जीवाश्म ईंधन रोजगार में सबसे बड़ी गिरावट देखी है, जो उसके ऊर्जा क्षेत्र के विशाल आकार को दर्शाता है।

दुनिया भर के कोयला उद्योग में रोजगार कम हो रहे हैं और साल 2022 में नौकरियों की कुल संख्या घटकर 62 लाख हो गई। साल 2022 में दुनिया भर में कोयला क्षेत्र की नौकरियों में चीन, भारत और इंडोनेशिया की कुल हिस्सेदारी लगभग 85 फीसदी है।

First Published - November 15, 2023 | 10:24 PM IST

संबंधित पोस्ट