जीवन बीमा कंपनियों ने साल 2007-08 में 4,172.01 करोड रुपये की अतिरिक्त पूंजी जोड़ी है।
31 मार्च 20078 को जीवन बीमा कंपनियों की कुल पूंजी 12,196.42 करोड रुपये थी। साल 2007-08 में बीमा कंपनियों ने देश में अपनी उपस्थिति में 65 प्रतिशरत का इजाफा भी किया।
भातीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के साल 2007-08 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 31 मार्च 2007 को जीवनवन बीमा कंपनियों की चुकता पूंजी 8,124 करोड़ रुपये थी जो 31 मार्च 2008 को बढ़ कर 12,296.42 करोड़ रुपये हो गई।
जीवन बीमा कंपनियों ने 4,172.01 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी जोड़े। इनमें घरेलू और विदेशी संयुक्त उद्यमों ने क्रमश: 3,160.02 करोड़ रुपये और 1,011.88 करोड रुपये जोड़े। पहले से वर्तमान निजी कंपनियों ने जहां साल 2007-08 में 3,787.01 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी जुटाई वहीं दो नई कंपनियों ने 385 करोड़ रुपये जुटाए।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम में पूंजी का प्रवाह नहीं किया गया। विस्तार की बात करें तो जीवन बीमाकर्ताओं के कार्यालयों की संख्या साल 2007-08 की शुरुआत में जो साल के अंत तक बढ़ कर 8,913 हो गई। इसमें 65 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हुई।
कार्यालयों में सबसे अधिक विस्तार निजी बीमा कंपनियों ने किया जो 3,072 से बढ़ कर 6,391 हो गई। एलआईसी के कार्यालयों की संख्या में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और यह 2,301 से बढ़ कर 2,522 हो गया।
