facebookmetapixel
Year Ender: भारत के ऊर्जा क्षेत्र के लिए 2025 चुनौतियों और उम्मीदों का मिला-जुला साल रहानवंबर में औद्योगिक उत्पादन 25 महीने में सबसे तेज बढ़ा, विनिर्माण और खनन ने दिया बढ़ावाBPCL आंध्र प्रदेश रिफाइनरी में 30-40 फीसदी हिस्सेदारी विदेशी निवेशकों को बेचेगी, निवेश पर बातचीत शुरूकेंद्र ने रिलायंस और बीपी से KG-D6 गैस उत्पादन में कमी के लिए 30 अरब डॉलर हर्जाने की मांग कीRBI की रिपोर्ट में खुलासा: भारत का बैंकिंग क्षेत्र मजबूत, लेकिन पूंजी जुटाने में आएगी चुनौतीकोफोर्ज का नया सौदा निवेशकों के लिए कितना मददगार, ब्रोकरेज की रायें मिली-जुली2025 में निजी बैंकों में विदेशी निवेश की बढ़त, फेडरल और येस बैंक में भारी पूंजी आईGold-Silver Price: मुनाफावसूली से ​शिखर से लुढ़की चांदी, सोने के भाव में भी आई नरमीRBI ने माइक्रोफाइनैंस लोन पर बढ़ती चुनौतियों को देखते हुए निगरानी बढ़ाने का दिया संकेतघरों की मांग और कीमतों में लगातार बढ़ोतरी के चलते NCR के बाहर के डेवलपर बढ़ा रहे गुरुग्राम में अपनी पैठ

महंगाई भी अब आएगी पूरे शबाब में

Last Updated- December 07, 2022 | 3:42 AM IST

जिस महंगाई के कारण सरकार पिछले कुछ समय से परेशान चल रही थी, ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से उसमें और इजाफा हो सकता है।


विशेषज्ञों का मानना है कि पेट्रोल, डीजल और घरेलू एलपीजी की कीमतों में बढ़ोतरी से थोक मूल्य सूचकांक (डब्लूपीआई) आधारित महंगाई का आंकड़ा और ऊपर चढ़ सकता है।

महंगाई की दर पहले से ही आठ फीसदी के ऊपर पहुंच चुकी है और माना जा रहा है कि इस फैसले के बाद यह दहाई के आंकड़े तक पहुंच सकती है। ईंधन उत्पादों का डब्लूपीआई में 4.7 फीसदी का हिस्सा है। कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा के ठीक बाद पेट्रोलियम सचिव एम एस श्रीनिवासन ने कहा कि इस फैसले से महंगाई की दर में 0.5 से 0.6 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है।

17 मई को समाप्त हुए सप्ताह में मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 8.1 फीसदी पर पहुंच गई थी। एक्सिस बैंक के उपाध्यक्ष (कारोबार एवं आर्थिक शोध) सौगत भट्टाचार्य का कहना है कि आने वाले कुछ हफ्तों के दौरान मुद्रास्फीति की दर 8.5 से 9 फीसदी के करीब पहुंचने की आशंका है।

First Published - June 5, 2008 | 12:47 AM IST

संबंधित पोस्ट