PMI Services: फरवरी में भारत के सर्विस सेक्टर की ग्रोथ तेज रही और इसका परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) बढ़कर 59 पर पहुंच गया। जनवरी में यह 56.5 था, जो बीते दो साल से ज्यादा का सबसे निचला स्तर था। HSBC इंडिया सर्विसेज PMI की यह रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई, जिसे S&P ग्लोबल ने तैयार किया है।
हालांकि, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सुस्ती देखने को मिली। नए ऑर्डर्स में गिरावट और उत्पादन की धीमी रफ्तार के चलते फरवरी का मैन्युफैक्चरिंग PMI 14 महीने के निचले स्तर 56.3 पर आ गया। जनवरी में यह 57.7 था।
सर्विस सेक्टर की ग्रोथ के चलते कंपोजिट PMI भी बढ़कर 58.8 हो गया, जो जनवरी में 57.7 था।
भारत के सेवा क्षेत्र में फरवरी 2025 में तेजी देखी गई है। HSBC की चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट प्रांजुल भंडारी के मुताबिक, भारत का सर्विसेज बिजनेस एक्टिविटी इंडेक्स (PMI) फरवरी में बढ़कर 59.0 पर पहुंच गया, जो जनवरी के 26 महीनों के निचले स्तर 56.5 से काफी बेहतर है।
वैश्विक मांग में सुधार से भारत के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में मजबूती आई है। नए एक्सपोर्ट बिजनेस इंडेक्स के अनुसार, पिछले छह महीनों में यह सबसे तेज रफ्तार से बढ़ा, जिससे सेवा क्षेत्र में उत्पादन बढ़ाने में मदद मिली।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि फरवरी में रोजगार सृजन और सेवा शुल्क (चार्ज) महंगाई मजबूत बनी रही। हालांकि, व्यवसायों का सेंटीमेंट हल्का कमजोर हुआ है, जिससे अगस्त 2024 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।
क्या होता है PMI?
परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) किसी देश के मैन्युफैक्चरिंग और सेवा क्षेत्र की गतिविधियों को मापने का एक संकेतक है। अगर PMI 50 से ऊपर होता है, तो इसका मतलब सेक्टर में विस्तार हो रहा है, जबकि 50 से कम होने पर गिरावट का संकेत मिलता है। 50 का स्तर किसी बदलाव को नहीं दर्शाता।