नैशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनैंस ऐंड पॉलिसी (एनआईपीएफपी) के मुताबिक सरकार द्वारा सार्वजनिक संपत्तियों में निवेश व ज्यादा पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) के कारण चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.1 से 7.4 प्रतिशत के बीच रहने की संभावना है।
शुक्रवार को जारी व्यापक आर्थिक समीक्षा में सरकार की संस्था ने कहा है कि निजी क्षेत्र के निवेश को गति पकड़ना अभी बाकी है, सरकार के पूंजीगत व्यय में कोविड महामारी के दौरान किए गए भारी पूंजीत व्यय और उसके बाद व्यय जारी रखे जाने से जीडीपी वृद्धि का अनुमान बढ़ाया गया है।
हालांकि एनआईपीएफपी की समीक्षा में कहा गया है कि सरकार के खपत व्यय में कमी और निजी खपत में सुस्ती के कारण वृद्धि कम रहने का जोखिम भी है।