आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम बढ़ाते हुए वाणिज्य विभाग 100 उत्पादों की पहचान कर रहा है, जिन क्षेत्रों में आयात पर निर्भरता घटाने के साथ घरेलू क्षमताओं को बढ़ाया जा सकता है। वाणिज्य सचिव सुनील बड़थ्वाल ने सोमवार को कहा, ‘हम 100 उत्पादों की पहचान कर रहे हैं, जिनका हम भारी मात्रा में आयात करते हैं और साथ ही हमारे पास कुछ घरेलू क्षमताएं भी हैं। इन आयातों की जगह घरेलू क्षमता का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम होगा।’ बड़थ्वाल ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमारा प्रयास होगा कि हम इन उत्पादों की पहचान करें और उन्हें सार्वजनिक करें, ताकि विनिर्माता (वर्तमान में और भविष्य में भी) उन पर ध्यान दे सकें। इससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिलेगा।’
सूची इस महीने के अंत तक या अक्टूबर में सार्वजनिक कर दी जाएगी। सूची में इंजीनियरिंग सामान, रसायन, प्लास्टिक और फार्मास्यूटिकल्स जैसी श्रेणियों की वस्तुएं शामिल होंगी। प्रारंभिक मूल्यांकन के तहत विभाग ने उन उत्पादों की पहचान की है जिन्हें स्वदेशी या आत्मनिर्भरता के माध्यम से आसानी से बदला जा सकता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए विभिन्न सरकारी विभागों के साथ विचार-विमर्श और उद्योग के साथ परामर्श सहित व्यापक कवायद होगी। सरकार यह कवायद ऐसे समय में कर रही है, जब अमेरिका ने भारत के सामान पर आयात पर भारी भरकम शुल्क लगा दिया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने का आह्वान कर रहे हैं।
वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव एल सत्य श्रीनिवास ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच मुक्त व्यापार समझौते के लिए 13वें दौर की बातचीत के दौरान कई क्षेत्रों में ‘महत्त्वपूर्ण पड़ाव’ हासिल किया गया था।