facebookmetapixel
पांच साल में 479% का रिटर्न देने वाली नवरत्न कंपनी ने 10.50% डिविडेंड देने का किया ऐलान, रिकॉर्ड डेट फिक्सStock Split: 1 शेयर बंट जाएगा 10 टुकड़ों में! इस स्मॉलकैप कंपनी ने किया स्टॉक स्प्लिट का ऐलान, रिकॉर्ड डेट जल्दसीतारमण ने सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों को लिखा पत्र, कहा: GST 2.0 से ग्राहकों और व्यापारियों को मिलेगा बड़ा फायदाAdani Group की यह कंपनी करने जा रही है स्टॉक स्प्लिट, अब पांच हिस्सों में बंट जाएगा शेयर; चेक करें डिटेलCorporate Actions Next Week: मार्केट में निवेशकों के लिए बोनस, डिविडेंड और स्प्लिट से मुनाफे का सुनहरा मौकाEV और बैटरी सेक्टर में बड़ा दांव, Hinduja ग्रुप लगाएगा ₹7,500 करोड़; मिलेगी 1,000 नौकरियांGST 2.0 लागू होने से पहले Mahindra, Renault व TATA ने गाड़ियों के दाम घटाए, जानें SUV और कारें कितनी सस्ती हुईसिर्फ CIBIL स्कोर नहीं, इन वजहों से भी रिजेक्ट हो सकता है आपका लोनBonus Share: अगले हफ्ते मार्केट में बोनस शेयरों की बारिश, कई बड़ी कंपनियां निवेशकों को बांटेंगी शेयरटैक्सपेयर्स ध्यान दें! ITR फाइल करने की आखिरी तारीख नजदीक, इन बातों का रखें ध्यान

भारत-पाक तनाव का असर: सीमावर्ती राज्यों में FMCG में दिखी तेजी, वाहन बिक्री धड़ाम

भारत-पाक तनाव के कारण सीमावर्ती राज्यों में मई में FMCG की बिक्री बढ़ी जबकि वाहनों की बिक्री में गिरावट आई, जिससे उपभोक्ता व्यवहार और बाजार की स्थिति प्रभावित हुई।

Last Updated- June 08, 2025 | 10:12 PM IST
FMCG
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

मई में राजस्थान, पंजाब, गुजरात और जम्मू-कश्मीर जैसे सीमावर्ती राज्यों में दैनिक उपभोक्ता वस्तुओं (एफएमसीजी) की बिक्री में तेजी आई। लेकिन वाहन क्षेत्र में गिरावट दर्ज की गई। भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध के डर की वजह से उपभोक्ताओं का व्यवहार बदलने से ऐसा हुआ। उद्योग के उपलब्ध आंकड़ों और विशेषज्ञों ने यह बात कही। 

डर की वजह से खरीदारी बढ़ने के कारण एफएमसीजी श्रेणी में 20 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई। लेकिन इन राज्यों में वाहनों की बिक्री को काफी तेज झटका लगा। बाजार की अग्रणी मारुति सुजूकी पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। इस महीने के दौरान सिनेमाघरों में दर्शकों की संख्या में भी 50 प्रतिशत की कमी जबकि पेट्रोल पंपों की बिक्री में भी गिरावट आई। हालांकि फार्मास्युटिकल क्षेत्र में बिक्री लगभग स्थिर रही।

अलबत्ता सूत्रों ने बताया कि पहलगाम के आतंकवादी हमले से लेकर सैन्य कार्रवाई रुकने तक की अवधि यानी 22 अप्रैल से 10 मई के बीच इन राज्यों में तनाव बढ़ा लेकिन लॉजि​स्टिक में व्यवधान के बावजूद उपरोक्त क्षेत्रों में से किसी में भी आपूर्ति संबंधी चिंताएं नहीं हुईं।

एडब्ल्यूएल एग्री बिजनेस (जो पहले अदाणी विल्मर था) के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी अंशु मलिक ने कहा, ‘ऐसे तनावपूर्ण समय में लोगों को यह चिंता होती है कि वे अपनी रोजमर्रा की जरूरत की चीजें जुटा भी पाएंगे या नहीं। वे आम तौर पर तेल, आटा, चीनी जैसी रोजाना की जरूरत की चीजों का स्टॉक करते हैं। हमने सीमा के करीब वाले कस्बों में इन वस्तुओं की खरीदारी में तेजी देखी। हमने 8 से 10 प्रतिशत की वृद्धि देखी, जो स्थिति सामान्य होने के बाद इन उत्पादों की खरीदारी को प्रभावित करती है।’

अपने बिस्कुटों के लिए प्रसिद्ध पारले प्रोडक्ट्स की बिक्री में यह 15 से 20 प्रतिशत की तेजी वाला सप्ताह रहा। कंपनी के सूत्र ने कहा, ‘उपभोक्ताओं ने ऑपरेशन सिंदूर वाले सप्ताह के दौरान अचानक ज्यादा खरीदारी की जो बाद में सामान्य हो गई।’

श्रीराम मोबिलिटी की रिपोर्ट के अनुसार भारत-पाकिस्तान सीमा के पास वाले कुछ क्षेत्रों में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रात के समय ब्लैकआउट के कारण माल ढुलाई में व्यवधान हुआ था, जिससे अस्थायी रूप से लॉजि​स्टिक संचालन रुक गया।

सीमावर्ती राज्यों में वाहनों की बिक्री और भाड़े पर भी असर पड़ा। जम्मू और कश्मीर में कारों की बिक्री में मासिक आधार पर 21 प्रतिशत तक की गिरावट आई। राजस्थान में 18 प्रतिशत और गुजरात में 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। श्रीराम की रिपोर्ट में कहा गया है कि गुजरात में मैक्सी कैब में 43 प्रतिशत तक, जम्मू कश्मीर में 50 प्रतिशत तक और राजस्थान में 20 प्रतिशत की गिरावट आई।

श्रीराम फाइनैंस के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक वाईएस चक्रवर्ती ने कहा, ‘ऑपरेशन सिंदूर की वजह से सीमावर्ती राज्यों में माल की आवाजाही और वाहनों की बिक्री दोनों ही लिहाज से कारोबारी गतिविधियों में कुछ रुकावट आई। लेकिन फिर यह सामान्य हो गई है।’

First Published - June 8, 2025 | 10:12 PM IST

संबंधित पोस्ट