facebookmetapixel
हाई स्ट्रीट में मॉल से भी तेज बढ़ा किराया, दुकानदार प्रीमियम लोकेशन के लिए दे रहे ज्यादा रकमत्योहारों में ऑनलाइन रिटर्न्स में तेजी, रिवर्स लॉजिस्टिक्स कंपनियों ने 25% से ज्यादा वृद्धि दर्ज कीबिहार विधानसभा चुनाव में धनकुबेर उम्मीदवारों की बाढ़, दूसरे चरण में 43% प्रत्याशी करोड़पतिबिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की वोटिंग मंगलवार को, नीतीश सरकार के कई मंत्रियों की किस्मत दांव परफूड कंपनियों की कमाई में क्विक कॉमर्स का बढ़ा योगदान, हर तिमाही 50-100% की ग्रोथRed Fort Blast: लाल किले के पास कार में विस्फोट, 8 लोगों की मौत; PM मोदी ने जताया दुखपेरिस की आईटी कंपनी कैपजेमिनाई भारत में करेगी 58,000 भर्तियां, 3.3 अरब डॉलर में WNS का अधिग्रहण कियासड़क हादसे में मौतें 30 वर्ष में सबसे ज्यादा, प्रति 1 लाख की आबादी पर 12.5 मौतें हुईंछोटी कारों को छूट पर नहीं बनी सहमति, SIAM ने BEE को कैफे-3 और कैफे-4 मसौदे पर अंतिम टिप्पणियां सौंपीJK Tyre का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में निर्यात हिस्सेदारी को 20% तक पहुंचाने का, यूरोपीय बाजारों पर फोकस

अमेरिकी शराब पर भारत लगाता है 150 प्रतिशत शुल्क: कैरोलाइन

व्हाइट हाउस ने भारत पर अमेरिकी शराब और कृषि उत्पादों पर ऊंचे शुल्क लगाने का लगाया आरोप, ट्रंप ने कहा - निष्पक्ष व्यापार जरूरी

Last Updated- March 12, 2025 | 10:29 PM IST
India-US trade relations

अमेरिका ने एक बार फिर भारत द्वारा अपने माल पर लगाए जाने वाले शुल्क का मुद्दा उठाते हुए अपनी शराब और कृषि उत्पादों पर उच्च शुल्क का हवाला दिया है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन के दौरान कनाडा पर एक सवाल का जवाब देते हुए भारत द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ‘कनाडा दशकों से अमेरिका और मेहनतकश अमेरिकियों को लूट रहा है।

अगर आप कनाडा के लोगों द्वारा अमेरिकी लोगों और हमारे यहां काम करने वालों पर लगाए गए शुल्क की दरों को देखें, तो यह बहुत ही भयानक हैं। वास्तव में, मेरे पास यहां एक आसान सूची है जो न केवल कनाडा, बल्कि पूरे देश में शुल्क की दर को दर्शाता है। अगर आप कनाडा को देखें अमेरिकी पनीर और मक्खन पर लगभग 300 प्रतिशत शुल्क लगाता है।’

लेविट ने कहा, ‘आप भारत को देखिए, अमेरिकी शराब पर 150 प्रतिशत शुल्क है। आपको लगता है कि इससे केंटकी बॉर्बन को भारत में निर्यात करने में मदद मिल रही है? मुझे ऐसा नहीं लगता। भारत से कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत शुल्क है। जापान को देखिए, चावल पर 700 प्रतिशत शुल्क है।’

लेविट ने एक सूची दिखाई जिसमें भारत, कनाडा और जापान द्वारा लगाए गए शुल्क दिखाए गए थे। सूची पर, तिरंगे के रंगों वाले दो वृत्त भारत द्वारा लगाए गए शुल्क को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति (डॉनल्ड) ट्रंप बराबरी में विश्वास करते हैं, और अब समय आ गया है कि हमारे पास एक ऐसा राष्ट्रपति हो जो वास्तव में अमेरिकी व्यवसायों और श्रमिकों के हितों का ध्यान रखे, और वह दिन के अंत में केवल निष्पक्ष और संतुलित व्यापार प्रथाओं की मांग कर रहे हैं और दुर्भाग्य से, कनाडा पिछले कई दशकों से हमारे साथ बिल्कुल भी निष्पक्ष व्यवहार नहीं कर रहा है।’

राष्ट्रपति ट्रंप पिछले कुछ दिनों से भारत द्वारा लगाए जा रहे उच्च शुल्क की आलोचना कर रहे हैं। ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि भारत अपने शुल्क में ‘काफी कमी’ करने पर सहमत हो गया है। साथ ही, उन्होंने अपने इस दावे को भी दोहराया कि भारत अमेरिका पर भारी शुल्क लगाता है।

ऑस्ट्रेलिया जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज ने बुधवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया के इस्पात और एल्युमीनियम पर अमेरिकी शुल्क अनुचित हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी सरकार अपने शुल्क के साथ जवाबी कार्रवाई नहीं करेगी। अल्बानीज ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलियाई छूट के लिए प्रयास जारी रखेंगे।

First Published - March 12, 2025 | 10:29 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट