भारत में संवेदनशील उत्पादों के आयात वित्त वर्ष 2008-09 की अप्रैल से फरवरी की अवधि के दौरान 30.5 फीसदी बढ़कर 43,000 करोड़ रुपये हो गया।
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 32 953 करोड़ रुपये का आयात हुआ था। संवेदनशील उत्पादों में वे चीजें शामिल हैं, जिनकी घरेलू उद्योग पर पड़ने वाले असर के मद्देनजर निगरानी की जाती है।
वित्त वर्ष 2008-09 की उक्त 11 महीने के दौरान खाद्य तेल का आयात बढ़कर 12,542.29 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 10,216. 81 करोड़ रुपये था। सरकार के मुताबिक मुख्य तौर पर कच्चे पाम आयल के आयात में बढ़ोतरी के कारण खाद्य तेल के आयात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
उक्त अवधि में सभी जिंसों के आयात की कीमत बढ़कर 12,23,213 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समीक्षाधीन अवधि में यह 9,17,179 करोड़ रुपये थी।
बयान के मुताबिक खाद्य तेल, फल व सब्जियां, वाहन, कपास व रेशम, रबर, शराब, संगमरमर, ग्रेनाइट, चाय व काफी और दूध तथा दुग्ध उत्पाद की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, अचार और अनाज के आयात में कमी आई है।
