जुलाई महीने में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से सरकार का शुद्ध राजस्व महज 1.7 फीसदी बढ़कर 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा। रिफंड में तेज वृद्धि के कारण शुद्ध संग्रह पर असर पड़ा है। सकल जीएसटी संग्रह 7.5 फीसदी बढ़कर लगभग 1.96 लाख करोड़ रुपये रहा। शुद्ध जीएसटी संग्रह में फरवरी के बाद से सबसे धीमी वृद्धि हुई है। जून में शुद्ध जीएसटी संग्रह 3.3 फीसदी बढ़ा था।
घरेलू लेनदेन से सकल राजस्व 6.7 फीसदी बढ़ा मगर रिफंड जुलाई 2024 के 8,000 करोड़ रुपये से दोगुना से अधिक बढ़कर लगभग 17,000 करोड़ रुपये रहने से शुद्ध जीएसटी प्राप्तियां पिछले साल की समान अवधि से 0.2 फीसदी कम रहीं।
निर्यातकों को जीएसटी रिफंड 20 फीसदी बढ़ा और कुल मिलाकर 10,000 करोड़ रुपये से थोड़ा अधिक रहा, जिससे आयात से शुद्ध राजस्व 7.5 फीसदी बढ़कर 42,548 करोड़ रुपये रहा। जुलाई में जीएसटी संग्रह के आंकड़े जून में किए गए लेनदेन के होते हैं। जून में शुद्ध जीएसटी प्राप्तियां 1.59 लाख करोड़ रुपये रही थीं जबकि मई में 1.73 लाख करोड़ रुपये और अप्रैल में 2.09 लाख करोड़ रुपये का राजव मिला था।
चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में शुद्ध जीएसटी प्राप्तियां 8.4 फीसदी बढ़कर 7.11 लाख करोड़ रुपये रही। इसमें घरेलू लेनदेन से राजस्व 6.1 फीसदी बढ़कर 5.6 लाख करोड़ रुपये और आयात से जीएसटी राजस्व 18.1 फीसदी बढ़कर लगभग 1.51 लाख करोड़ रुपये रहा। चार महीनों में सकल जीएसटी संग्रह 8.18 लाख करोड़ रुपये रहा और रिफंड लगभग 1.07 लाख करोड़ रुपये रहा।